MP News: मध्य प्रदेश के भिंड जिले के पुले गांव में बीती शाम दो गुटों में खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें 12 से अधिक लोग घायल हो गए. घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से चार गंभीर घायलों को ग्वालियर रेफर कर किया गया. हालांकि घायलों को कहना है कि दोनों गुटों में पहले से किसी प्रकार की रंजिश नहीं थी.


दरअसल, भिंड जिले के उमरी थाना अंतर्गत पुले गांव में रहने वाले शंकर सिंह जाटव परिवार सहित मजदूरी कर देर शाम गांव के ही बीरबल जाटव के घर के सामने से निकल रहा था. उसी समय बीरबल जाटव का बेटा घर के दरवाजे पर बैठा था और भद्दी-भद्दी गालियां बक रहा था. महिलाओं और बेटियों के साथ सामने से निकल रहे शंकर सिंह ने उसे टोक दिया कि गालियां क्यों बक रहे हो, बस फिर क्या था.


इसी बात से गुस्सा होकर बलबीर का बेटा घर के अंदर गया और परिजनों को बुला लाया. इसके बाद उनके घर के कई लोग लाठी-डंडे, कुल्हाड़ी और फरसा लेकर आ गए और शंकर सिंह और उसके परिजनों पर हमला बोल दिया. इस खूनी संघर्ष में 12 से अधिक लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए उमरी थाना पुलिस जिला अस्पताल भेजा गया. 


पहले से नहीं थी कोई दुश्मनी


इस हमले में घायल शंकर सिंह जाटव ने बताया कि उसका भाई शेर सिंह जाटव, उसकी पत्नी और बेटी पूजा और जनक सिंह जाटव सहित सात लोग घायल हो गए, जिनमें से चार लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया गया. वहीं दूसरी ओर 4 लोग भी दूसरे गुट के मामूली रूप से घायल हो गए. घायल शंकर सिंह जाटव ने कहा कि दोनों गुटों में पहले से किसी प्रकार की कोई रंजिश अथवा अनबन नहीं थी. 


वहीं उमरी थाना पुलिस के अनुसार दोनों गुटों में तत्कालिक मामूली कहासुनी हुई थी, जिसने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया और 12 से अधिक लोग घायल हो गए. पुलिस ने शंकर सिंह की फरियाद पर बलवीर सिंह सहित सात लोगों पर हत्या के प्रयास सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी.


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