(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: एमपी के इन तीन जिलों में नहीं होगी आतिशबाजी, खराब हवा कारण पटाखों पर लगाया गया बैन
Bhopal News: वहीं, गृह मंत्रालय की ओर से नोटिस जारी कर कहा गया है कि जिन शहरों में नवंबर 2021 तक एक्यूआई मध्यम से निम्न श्रेणी में रहा है वहां रात 8 बजे से रात 10 बजे तक ग्रीन पटाखे जलाए जा सकते हैं
Bhopal News: खराब वायु गुणवत्ता के कारण मध्य प्रदेश के ग्वालियर, सिंगरौली और कटनी में पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. बढ़ते वायु प्रदूषण पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) द्वारा जताई गई चिंताओं के बाद राज्य के गृह मंत्रालय और संबंधित जिला कलेक्टरों ने इस बाबत आदेश जारी किया. बता दें कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गृह मंत्रालय और खराब वायु गुणवत्ता वाले जिलों के कलेक्टरों को चिट्ठी लिखकर इन जिलों में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने को कहा था.
पटाखों पर बैन को लेकर जिला कलेक्टरों को जारी किया गया नोटिस
पटाखों पर प्रतिबंध के संबंध में ग्वालियर कलेक्टर द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि नगर निगम की सीमा में पटाखों पर प्रतिबंध रहेगा, हालांकि 8 से 10 बजे के बीच में केवल ग्रीन पटाखों को जलाए जाने की अनुमति होगी. वहीं सिंगरौली जिला ने नोटिस जारी कर कहा कि नगर निगम क्षेत्र में 22 अक्टूबर से 5 नवंबर तक पटाखों पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा. वहीं, गृह मंत्रालय की ओर से नोटिस जारी कर कहा गया है कि जिन शहरों में नवंबर 2021 तक एक्यूआई मध्यम से निम्न श्रेणी में रहा है वहां रात 8 बजे से रात 10 बजे तक ग्रीन पटाखे जलाए जा सकते हैं. वहीं जिन शहरों का एक्यूआई खराब या बिल्कुल खराब श्रेणी में है, वहां पटाखों पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा.
जहां हवा खराब वहां पटाखों की बिक्री भी बैन
वहीं मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्र बोर्ड के कार्यकारी इंजीनियर और जनसंपर्क अधिकारी एसडी वाल्मीकि ने कहा कि एनजीटी के आदेश के मुताबिक जिन जिलों की हवा की गुणवत्ता नवंबर 2021 तक खराब थी वहां हमने पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर संबंधित जिला कलेक्टरों को पत्र भी लिखा गया है. वाल्मीकि ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में पटाखे चलाने की अनुमति दी गई है लेकिन शहरी इलाकों में इसे बैन किया गया है. उन्होंने कहा कि ग्वालियर, कटनी और सिंगरौली की हवा की गुणवत्ता सबसे खराब पाई गई है.
इन जिलों की हवा संतोषजनक
उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में हवा की गुणवत्ता कम खराब है या मॉडरेट है वहां ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी गयी है. वाल्मीकि ने बताया कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर,नीमच, धर, दमोह, सागर, उज्जैन, रतलाम, सीहोर, रायसेन, हरदा, विदीशा, खारगोन, हौशंगाबाद, मंदसौर की हवा मध्यम और संतोषजनक स्थिति में है. वाल्मीकि ने कहा कि इस बार हमने ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति इसलिए दी है क्योंकि पिछली साल स्थिति ठीक थी. हम इस साल केवल ग्रीन पटाखे चला सकते हैं, कहीं ऐसा न हो कि अगली बार हम ग्रीन पटाखे भी न चला पाएं.
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