MP News: एमपी के श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में पांच चीतों को आज (सोमवार) आजादी मिल गई. मादा चीता 'गामिनी' और चार शावकों को सफलतापूर्वक  बाड़े से खुले जंगल मं छोड़ा गया. कूनो नेशनल पार्क में जंगल सफारी करने वाले पर्यटकों के लिए बड़ी खुशखबरी है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चीता प्रोजेक्ट (Cheetah Project) के लिए आज का दिन उल्लेखनीय बताया. उन्होंने मध्य प्रदेस के लिए भी सौभाग्य की बात बताया.


बता दें कि गामिनी और चार शावकों को छोड़े जाने से कूनो नेशनल पार्क में स्वच्छंद विचरण करने वाले चीतों की कुल संख्या 17 हो गई है. पार्क प्रबंधन के मुताबिक गामिनी ने पिछले साल छह शावकों को जन्म दिया था. 10 मार्च 2024 को जन्मे छह में से दो शावकों की मौत हो गई थी. इससे पहले, 21 फरवरी को भी पांच चीते कूनो नेशनल पार्क में छोड़े गए थे. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि गामिनी के साथ चार शावकों की रिहाई से पर्यटन और अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा.






उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मादा चीता गामिनी और चार शावकों को कूनो नेशनल पार्क में रिलीज किया गया है. जंगल में अब कुल 17 चीतों के स्वच्छंद विचरण से सफारी यात्रा करने वाले पर्यटक रोमांचक होंगे." उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश की धरा एशिया से विलुप्त हो चुके चीतों के लिए मां का आंचल बन चुकी है.


मुख्यमंत्री ने कहा, "चीते रफ्तार भी भर रहे हैं और कुनबा भी लगातार बढ़ा रहे हैं. मध्य प्रदेश आने वाली पीढ़ियों के लिए वन्य जीवन को सहेजकर रखने और जैव-विविधता संरक्षण को प्रतिबद्ध है." चीता प्रोजेक्ट जैव विविधता को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़कर चीता पुनर्वास परियोजना का शुभारंभ किया था. 



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