Rudraksh Festival: महाशिवरात्रि (mahashivratri) के 1 दिन पहले से सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव (Rudraksh Festival) का आयोजन सीहोर जिले (Sehore District) के ग्राम चितावलिया हेमा में स्थित कुबेरेश्वर महादेव धाम (Kubereshwar Mahadev Dham) में किया जा रहा है. जिसमें बीते दिन के घटनाक्रम ने मध्य प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है. विगत दिवस कुबेरेश्वर धाम सीहोर के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु (Devotees) सीहोर पहुंचे थे. आयोजकों को अनुमान था कि 8 से 10 लाख श्रद्धालु रुद्राक्ष महोत्सव में पहुंचेंगे. लेकिन पहले ही दिवस 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने से अव्यवस्था (Disorder) फैल गई. 


कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने रोते हुए किया कथा स्थगित
दरअसल, कुबेरेश्वर धाम इंदौर भोपाल नेशनल हाईवे के पास होने के कारण नेशनल हाईवे पर कई घंटे तक 30 से 40 किलोमीटर का लंबा जांम लगा रहा. इसी बीच कथावाचक अंतर्राष्ट्रीय संत प्रदीप मिश्रा जी ने व्यासपीठ से रोते हुए ऊपर से आ रहे किसी दबाव की बात कहते हुए कथा को स्थगित करने और श्रद्धालुओं से सीहोर ना आने की अपील की. इसके बाद कुछ श्रद्धालुओं ने यह भी आरोप लगाया कि जाम में कुछ मंत्री फंस गए थे जिसके चलते कथा को रुकवाया गया. 


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पुर्व मुख्यमंत्री ने साधा सरकार पर निशाना
इस घटना के फैलते ही मध्य प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निशाना साधते हुए कहा कि एक कथा वाचक की आंखों में आंसू भर कर व्यासपीठ से इस सच्चाई को श्रद्धालुओं को बताना पड़े तो इससे शर्मनाक प्रदेश के लिए कुछ भी नहीं हो सकता .जो खुद को धर्म प्रेमी बताते हुए नहीं थकते उनकी सरकार की यह हकीकत है. रुद्राक्ष महोत्सव  स्थगित कराया गया क्योंकि प्रशासन लाखों श्रद्धालुओं की व्यवस्था संभालने में असफल साबित हुआ है. 




कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
इस घटना पर बीजेपी के महासचिव और कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी प्रशासन को आड़े हाथों लेकर एक पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा है. इस घटनाक्रम में मंगलवार को सुबह ही वीडियो कॉल के माध्यम से मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पंडित प्रदीप मिश्रा जी से चर्चा की और दंडवत होकर प्रणाम करने की बात कही. इसके साथ ही उन्होने यहां तक कहा कि "महाराज जी कोई समस्या हो तो बताइए आपके आशीर्वाद से ही सरकार है."  इसके अलावा उन्होंने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा जारी है. कथा को लेकर ना ही प्रशासन ने रोका और ना ही सरकार ने, केवल रुद्र महोत्सव पहुंचे 11लाख श्रद्धालुओं को आगे बढ़ाना था. प्रशासन ने इतनी अधिक संख्या में लोगों के पहुंचने का अनुमान नहीं लगाया था. इसलिए रुद्राक्ष महोत्सव को कैंसिल किया गया था. रुद्राक्ष महोत्सव की अब ऑनलाइन व्यवस्था की जा रही है.


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