MP Politics: सीधी रेप कांड (Sidhi Rape Case) पर मध्य प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है. विपक्ष के वार पर सत्ता पक्ष ने पलटवार किया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने पुलिस के हवाले से कहा है कि सीधी में रेप पीड़ितों की संख्या और भी अधिक हो सकती है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'स्कॉलरशिप का झांसा देकर सात आदिवासी छात्राओं से रेप का समाचार व्यथित करने वाला है.' बीजेपी ने कांग्रेस को संवेदनशील विषय पर राजनीति नहीं करने की सलाह दी है.  


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीधी पेशाब कांड को याद किया. उन्होंने कहा कि देश अब तक भूला नहीं है कि इसी सीधी में बीजेपी नेता ने आदिवासी युवक के सिर पर पेशाब की थी. कमलनाथ ने कहा, 'क्या मध्य प्रदेश में आदिवासी समुदाय की लड़कियां निर्भय होकर पढ़ाई भी नहीं कर सकतीं? ऐसे हालात में "बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ" के नारे का क्या अर्थ रह जाता है? मध्य प्रदेश पहले ही आदिवासी और महिलाओं पर अत्याचार के मामले में नंबर वन है. कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार का समाचार सामने न आता हो.' 


'आदिवासी समुदाय की लड़कियां निर्भय होकर पढ़ाई भी नहीं कर सकतीं?'


कमलनाथ ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से पीड़ित छात्राओं को आर्थिक सहायता और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि बेटियों से अत्याचार में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख़्शा जाए. मुख्यमंत्री से आदिवासी बच्चियों की सुरक्षा के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन करने की अपील की जाती है.






पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के वार पर बीजेपी ने किया तीखा पलटवार


बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाया. प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश की बीजेपी अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेन्स की नीति रखती है. उन्होंने कहा कि 'आइटम' कहने वाले कांग्रेसियों से निवेदन है कि संवेदनशील विषय पर 'झूठ का झुनझुना' बजाकर लुटी-पिटी राजनीति न चमकाएं. सीधी की घटना को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गंभीरता से लिया है. सरकार ने मामले की एसआईटी जांच के आदेश दिये हैं. एसआईटी की कमान महिला एसडीओपी को दी गई है.


आशीष अग्रवाल ने आश्वासन दिया कि मामले में सख्त सजा मिलेगी. महिलाओं पर आंख उठाने वालों की रूंह कांप उठेगी. सीधी रेप कांड में पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की जायेगी. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, 'कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते बेटियों की कन्यादान की राशि को 'डकारा' था और जनजातीय बहनों को मिलने वाली राशि पर 'डाका' डाला था? याद रखिए 'मिस्टर करप्शननाथ' कि बीजेपी की सरकार में महिलाओं के साथ होने वाले हर अपराध को सख्ती से कुचला जाता है और अपराधियों के हौसलों को ध्वस्त भी किया जाता है.'


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