MP News: हिंदी में MBBS की पढ़ाई के लिए तैयारियां जोरों पर, एक महीने में तैयार हो जाएंगी किताबें
GMC Bhopal MBBS in Hindi: भोपाल, मध्य प्रदेश के गांधी कॉलेज में हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई कराने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. एक महीने में किताबें भी तैयार हो जाएंगी.
MBBS In Hindi: मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित गांधी मेडिकल कॉलेज (Gandhi Medical College, Bhopal) में एमबीबीएस (Bhopal Hindi MBBS) की पढ़ाई हिंदी में कराने के लिए जोरों पर तैयारियां की जा रही हैं. इसी क्रम में हिंदी में एमबीबीएस की किताबों को तैयार करने का काम चल रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अगले एक महीने में हिंदी में किताबें उपलब्ध हो जाएंगी. हिंदी में किताबें तैयार करने का करीब 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. बता दें कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का गांधी मेडिकल कॉलेज देश का पहला ऐसा सरकारी मेडिकल कॉलेज होगा जहां एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में करायी जाएगी.
हर सप्ताह हो रही है बैठक –
एमबीबीएस की किताबें हिंदी में तैयार करने के लिए 13 गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेजेस के करीब 58 मेडिकल टीचर लगे हुए हैं. राज्य के मेडिकल एजुकेशन मिनिस्टर विश्वास कैलाश नारंग इस बारे में संबंधित समितियों के साथ हर हफ्ते मीटिंग कर रहे हैं.
इस साल जीएमएस में सबसे पहले एमबीबीएस के पहले साल में एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री विषयों की पढ़ाई हिंदी में होगी.
बाकी मेडिकल कॉलेजों में भी होगा ये नियम लागू –
इस साल के बाद से एमपी के बाकी मेडिकल कॉलेजों में भी ये नियम लागू होगा और वहां भी इंग्लिश के साथ ही हिंदी में भी एमबीबीएस की पढ़ाई करायी जाएगी. हर साल अगली क्लास में ये पैटर्न लागू किया जाएगा. इस तरह तीन साल में एमबीबीएस के तीनों सेशन में हिंदी में पढ़ाई शुरू हो जाएगी.
पहले होगी किताबों की जांच –
किताबें उपलब्ध होने के बाद चिकित्सा शिक्षकों की टीम उनका मिलान इंग्लिश किताबों से करेगी और ये देखेगी की कहीं किसी साम्रगी का मूल अर्थ न बदल जाए. इसी तरह बहुत कठिन शब्दों का प्रयोग न हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा. ये किताबें पीडीएफ फॉरमेट में भी छात्रों को व्हॉट्स-अप पर उपलब्ध करायी जाएंगी.
यह भी पढ़ें: