CM Shivraj Meeting on Cheetah: केंद्रीय पर्यवरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav), मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और वन मंत्री विजय शाह (Vijay Shah) ने चीता प्रोजेक्ट (Cheetah Project) को लेकर सोमवार को समीक्षा बैठक की. इस बैठक में भूपेंद्र यादव ने कहा कि कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में रह रहे किसी भी चीते को राज्य से बाहर नहीं भेजा जाएगा. इसकी जगह पर मंदसौर (Mandsaur) जिले में स्थित गांधीसागर सेंक्चुरी में उन्हें बसाया जाएगा औऱ यह उनका दूसरा घर होगा.


केंद्रीय मंत्री ने इस बैठक के दौरान कहा कि चीता एक्शन प्लान में साफ तौर पर कहा गया है कि भारत में केवल चीता की केवल 50 प्रतिशत आबादी ही जीवित रह पाएगी, ऐसे हालात में हाल-फिलहाल में कुछ चीजा की हुई मौत पर घबराने की जरूरत नहीं है. राज्य वन मंत्री विजय शाह ने भी चीता की आबादी से जुड़ी अपनी चिंताओं को बैठक में रखा और उनपर निगरानी कर रहे कर्मचारियों के लिए आधुनिक वाहन उपलब्ध कराने को कहा ताकि विपरीत हालात में चीते से उनकी सुरक्षा हो पाए. वहीं, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार मध्य प्रदेश में चीजों के संरक्षण में लगे अधिकारिोयं को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका भेजेगी  जहां वे उनपर अध्ययन करेंगे. 


अब मैं चिंतामुक्त हो गया- सीएम शिवराज
बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से कहा कि वह मंदसौर के गांधीसागर सेंचुरी को चीते के आवास के रूप में तैयार करने के लिए युद्धस्तर पर काम करना शुरू कर दें. उन्होंने हाल में हुए तीन चीते की मौत पर दुख जाहिर किया. सीएम शिवराज ने कहा, 'मैं चीते शावकों की मौत से चिंतित था. सोच रहा था कि चीतों की देखभाल का पूरा प्रयास किया गया लेकिन ऐसा क्यों हुआ. अब केंद्रीय मंत्री की बातें सुनकर मेरी चिंता दूर हो गई. गांधीसागर सेंक्चुरी को अब युद्धस्तर पर तैयार किया जाए और इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. 


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