Indore Palda Pandal: देशभर में भगवान गणेश के जन्म के त्यौहार गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) को बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. इंदौर (Indore) में भी भगवान गणेश के मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया. यहां मोहल्लों में भी बड़े-बड़े पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमाओं को स्थापित किया गया. मिनी मुंबई कहे जाने वाले शहर इंदौर में भी मुंबई (Mumbai) की तर्ज पर भगवान गणेश की विशाल प्रतिमाएं स्थापित की गई. गणेश चतुर्थी के इस पर्व को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. यहां भगवान गणेश के दर्शन करने के लिए प्रतिदिन हजारों की भीड़ पहुंच रही है और भक्त अपने आराध्य देव से प्रार्थना कर उपासना कर रहे हैं.
पालदा के राजा के नाम जाना जाता है
इंदौर के भवर कुआं क्षेत्र के पालदा में भगवान गणेश की एक ऐसी ही आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई. इसे देखने के लिए प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ पंडाल में उमड़ रही है. इस गणेश प्रतिमा की खासियत यह है कि यह प्रदेश की सबसे बड़ी गणेश प्रतिमा है जो इंदौर के पालदा में पालदा के राजा के नाम से जाना जाता है. पालदा के गणेश पंडाल में विराजित इस गणेश प्रतिमा की खासियत यह है कि इसे मुंबई के कलाकारों द्वारा मुंबई में ही बनाया गया है. इस प्रतिमा को मुंबई से इंदौर तक लाने के लिए पूरे 2 दिन का वक्त लगता है. इस प्रतिमा को मुंबई के समुद्र में ही विर्सजन किया जाता है. गणेश उत्सव के अवसर पर शहर में कई गणेश पांडाल सजाए जाते हैं लेकिन इस विशालकाय गणेश प्रतिमा का आकर्षण देखने लायक होता है. इसे देखने के लिए आसपास के क्षेत्र से हजारों लोगों की भीड़ प्रतिदिन उमड़ती है.
पिछले 35 वर्षों से स्थापित की जा रही प्रतिमा
पालदा गणेश मंडल के आयोजक मनोज वर्मा ने बताया कि वे पिछले 35 वर्षों से भगवान गणेश की प्रतिमाओं स्थापित कर रहे हैं. इसे देखने के लिए प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ पांडाल में उमड़ती है. इस भीड़ में शहर के लोगों के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र के लोग भी इस विशाल गणेश प्रतिमा को देखने के लिए आते हैं और भगवान गणेश से आराधना कर होने वाले कार्यक्रमों का आनंद लेते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि भगवान गणेश की यह प्रतिमा मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी प्रतिमा है जो 21 फीट ऊंची है. उन्होंने बताया कि यह प्रतिमा मुंबई के कलाकारों के द्वारा मुंबई में ही बनायी गयी है. मुंबई से इंदौर भगवान गणेश की प्रतिमा को लाने में पूरे 2 दिन का वक्त लगा है.
मुंबई के समुद्र में ही होता है विसर्जन
मनोज वर्मा ने भगवान गणेश की इस विशाल प्रतिमा के विसर्जन को लेकर कहा कि प्रदेश की नर्मदा नदी में प्रतिमा के विसर्जन को लेकर प्रतिबंध लगे हैं. इस कारण भगवान के प्रति आस्था को देखते हुए वह प्रतिवर्ष भगवान की प्रतिमा का विसर्जन मुंबई के समुद्र में ही करते हैं. उन्होंने कहा कि एक वजह यह है कि विसर्जन के दौरान जिस तरह छोटे-छोटे गड्ढे कर भगवान की प्रतिमाओं को विसर्जन किया जाता है उसकी वजह से भक्तों की आस्था को ठेस पहुंचती है.
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