Ganesh Chaturthi 2023: देश भर में आज रिद्धि सिद्धि के दाता भगवान गणेश घर-घर विराजे. वही खंडवा के विधिक सेवा केंद्र में बाल संप्रेषण ग्रह में रह रहे बाल अपचारियों के द्वारा निर्मित मिट्टी के भगवान गणेश की प्रदर्शनी लगाई गई है. इस प्रदर्शनी के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ ही बाल संप्रेषण ग्रह में रह रहे बच्चों के अंदर छुपी हुई कला का प्रदर्शन भी किया जा रहा है. इन बच्चों ने लगभग 45 दिन की ट्रेनिंग के बाद यह मूर्तियां तैयार की हैं, जिन्हें इस प्रदर्शनी के माध्यम से आम लोग खरीद कर अपने घर में स्थापित कर रहे हैं.
खंडवा के बाल संप्रेषण ग्रह में रहने वाले तकरीबन 12 बाल अपचारियों ने डेढ़ महीने की ट्रेनिंग के बाद मिट्टी से भगवान गणेश की प्रतिमाएं बनाई हैं. इन प्रतिमाओं का खंडवा के कोर्ट परिसर में स्थित विधिक सेवा केंद्र में प्रदर्शन किया जा रहा है. यह प्रतिमाएं पूरी तरह से इको फ्रेंडली हैं. इनमें इस्तेमाल किया गया कलर भी प्राकृतिक है, जिससे इनके विसर्जन के बाद प्रकृति को किसी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचेगा. एक सामाजिक संस्था कैटलिस्ट फॉर सोशल एक्शन ने महिला और बाल विकास विभाग की मदद से इन बाल अपचारियों को मिट्टी के भगवान गणेश बनाने की ट्रेनिंग दी. इसके बाद इन बाल अपचारियों ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए इन गणेश प्रतिमाओं को तैयार किया.
बनाई भगवान गणेश की मिट्टी की प्रतिमाएं
बाल संप्रेषण ग्रह की संचालक अनिता नाईक ने बताया कि संप्रेषण ग्रह में रह रहे बच्चे जाने-अनजाने कोई न कोई अपराध कर बैठते हैं, जिसके चलते उन्हें यहां आना पड़ता है, लेकिन उन बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए और उनमें छुपी प्रतिभाओं को निखारने के लिए समय-समय पर इस तरह के आयोजन किए जाते हैं. इसी के चलते 45 दिन का प्रशिक्षण लेकर इन बच्चों ने भगवान गणेश की मिट्टी से बनी प्रतिमाएं तैयार की हैं, जिनका आज यहां प्रदर्शन किया जा रहा है. लोग इस प्रदर्शनी से भगवान गणेश प्रतिमाओं को खरीद कर अपने घर स्थापित करने के लिए ले भी जा रहे हैं.