(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इंदौर में प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों पर रोक, कलेक्टर ने जारी किए आदेश, जानें वजह
Ganesh Chaturthi 2024: इंदौर कलेक्टर ने प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों की बिक्री पर रोक लगाने का कारण बताया. उन्होंने कहा कि मकसद पर्यावरण संरक्षण और जल प्रदूषण को रोकना है.
MP News: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) से बनी मूर्तियां नहीं बिकेंगी. आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा है कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों को बेचने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और जल प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से फैसला लिया गया है.
आदेश के अनुसार, नगर निगम और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम विभिन्न हिस्सों में निरीक्षण का काम करेंगी. बाजार में पीओपी की मूर्ति मिलने पर बिक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. आदेश का उल्लंघन करने वालों को जुर्माना और कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा.
इंदौर में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां बैन
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और जल प्रदूषण को रोकने के लिए कदम उठाया गया है. गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों पर पेरिस ऑफ प्लास्ट की मूर्तियां धड़ल्ले से बेची जाती हैं. उन्होंने जनता से अपील की है कि पर्यावरण के प्रति जागरूक रहें और मिट्टी या अन्य पर्यावरण अनुकूल सामग्री से बनी मूर्तियों का ही इस्तेमाल करें.
आदेश का उल्लंघन करने वाले जानें अंजाम
इंदौर में भगवान गणेश के जन्मोत्सव को बड़े हर्ष और उल्लास से मनाया जाता है. कलेक्टर ने प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. पीओपी की मूर्तियों से पर्यावरण और जल स्रोतों में प्रदूषण होता है. इसलिए पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है.
कुछ दिन पहले कलेक्टर कार्यालय में मूर्तिकारों की बैठक हुई थी. बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने पीओपी की मूर्तियों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया था. कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि बाजार में पीओपी की मूर्तियां बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन का उद्देश्य पर्यावरण को सुरक्षित रखना है. इसलिए पीओपी की मूर्तियों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है.
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