Gangster Mukhtar Malik Died: राजधानी भोपाल (Bhopal) सहित मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कुख्यात गैंगस्टर के रूप में पहचान रखने वाले मुख्तार मलिक (Mukhtar Malik) की राजस्थान (Rajasthan) के जंगलों में तड़प-तड़प कर मौत हो गई है. वहीं पुलिस ने मामला कायम कर इसकी जांच शुरू कर दी है. सूत्रों के अनुसार भोपाल से फरार मुख्तार मलिक किसी गैंगवार के चलते राजस्थान पहुंचा था, जिसमें उसके साथ उसी के गैंग के कई और शागिर्द मौजूद थे. मंगलवार की रात राजस्थान के बंटी गैंग और मुख्तार गैंग के बीच भीम सागर डैम के पास मछलियां पकड़ने को लेकर एक जबरदस्त विवाद हुआ था. दोनों गैंग के बीच फायरिंग हुई और इसमें मुख्तार मलिक के साथी कमल मीणा की मौत हो गई थी.
इस गैंगवार में मुख्तार मलिक और उसका खास माने जाने वाला विक्की वाहिद भी घायल हो गया था. इसके बाद से ही विक्की वाहिद, मुख्तार मलिक और उसके साथी राजस्थान के जंगलों में भूखे-प्यासे भटक रहे थे. इस दौरान विक्की वाहिद बड़ी चालाकी से उसे छोड़कर भोपाल के लिए निकल गया. मुख्तार मलिक की पत्नी शीबा मलिक को इस गैंगवार के बारे में विक्की ने बताया, जिसके बाद शीबा मलिक राजस्थान भीम सागर बांध क्षेत्र में पहुंची थी. विक्की ने उसको जानकारी दी थी मुख्तार मलिक दरगाह में छिपा हुआ है, लेकिन हकीकत में वह जंगलों में भटक रहा था.
पुलिस के दंगल में मिला मुख्तार मलिक
इसके बाद शीबा मलिक को गुमराह कर विक्की उसके साथ भोपाल लौट आया. फिर मुख्तार मलिक की पत्नी शीबा मलिक ने घटना की जानकारी पुलिस को दी, लेकिन वह नहीं मिला और उसकी खोज जारी रही. इसी बीच अचानक से झालावाड़ के जंगलों में कुछ ग्रामीणों ने मुख्तार मलिक को दयनीय स्थिति में घिसटते हुए देखा, जिसके बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस को इस बात की सूचना दी. पुलिस ने जंगल में सर्च कर मुख्तार मलिक को ढूंढ निकाला और इलाज के लिए अस्पताल भेजा. अस्पताल पहुंचने से पहले ही मुख्तार मलिक की हालत बेहद गंभीर और दर्दनाक हो चुकी थी, जहां पर उसकी मौत हो गई.
90 के दशक में तत्कालीन सीएम सुंदरलाल पटवा को दी थी धमकी
61 साल का मुख्तार मलिक जिस गैंग के नाम पर आतंक मचाया करता था. वही गैंग उसके आखिरी वक्त में जान तक नहीं बचा सका और उसे दो बूंद पानी भी नसीब नहीं हुआ. सूत्रों के मुताबिक जिस दिन गैंगवार हुआ था, उस दिन लगभग 10 से 11 लोग मुख्तार मलिक की गैंग के उसके साथ मौजूद थे. मुख्तार मलिक एक ऐसा गैंगस्टर था, जिसपर लगभग 58 गंभीर मामले दर्ज हैं. मुख्तार मलिक सुर्खियों में तब आया था, जब उसने मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा को धमकी दी थी. 90 के दशक में सुंदरलाल पटवा को धमकी देने के बाद मुख्तार का नाम देशभर के गैंगस्टर में छाया था.
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