आंगनबाड़ी केंद्र का बाउंड्री वॉल और गेट गिरा, नीचे दबने से बच्ची की मौत, पिता ने की यह मांग
MP News: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में गुरुवार सुबह स्कूल की बाउंड्री वाल गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई और दो घायल हो गए. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस मामले में दो शिक्षक निलंबित किए गए हैं.
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले (Raisen District) में सांची ब्लॉक के एक गांव में गुरुवार सुबह एक स्कूल की बाउंड्री वाल गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद बच्ची का शव परिजनों को सौंप दिया है. इस मामले में कार्रवाई करते हुए कलेक्टर ने दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है.
कहां की है यह घटना
यह मामला रायसेन जिले में सांची ब्लॉक के गांव अंबाड़ी का है. वहां प्राइमरी स्कूल में पढऩे वाली आठ साल की साक्षी जैन दो अन्य बच्चों प्रताप भानु और उर्मी के साथ गेट के पास खेल रही थी. इस दौरान अचानक लोहे के बड़े गेट के साथ बाउंड्रीवाल गिर गई. इससे साक्षी गेट के नीचे दब गई. उसके उसके सिर में गंभीर चोटें आईं. इस हादसे में दो अन्य बच्चे घायल भी हुए हैं. उनका इलाज चल रहा है.
बताया जाता है कि साक्षी जैन एक घंटे तक गेट के नीचे दबी रही, जबकि पास में ही प्राइमरी स्कूल लग रहा था. स्कूल के शिक्षक और ग्रामीण वहीं पर खड़े बच्ची को देखते रहे. किसी ने भी बच्ची को गेट के नीचे से नहीं निकाला. जब किसी बच्चे ने साक्षी जैन के पिता ऋषभ जैन को सूचना दी तो वो भागे-भागे आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचे. तब जाकर बच्ची को गेट के नीचे से निकाला गया. तब तक काफी देर हो चुकी थी. उसे उठाकर तुरंत वाहन से अस्पताल के लिए निकले, लेकिन बालमपुर घाटी पर लंबा जाम होने के कारण आगे नहीं बढ़ पाए और साक्षी की वहीं मौत हो गई.पुलिस ने शव का प्राथमिक स्वास्थ केंद्र दीवानगंज में पोस्टमार्टम कराकर साक्षी के परिजनों को सौंप दिया है.
कैसा है स्कूल का भवन
करीब 50 साल पुराना स्कूल भवन जर्जर हो गया था. उसकी जगह बगल में दूसरा भवन बनया गया, जिसमें स्कूल लगता है, लेकिन पुराने जर्जर भवन में आंगनबाड़ी केंद्र चलता है. उसकी छत जगह जगह से क्षतिग्रस्त है. इसी भवन के सामने पुराना गेट लगा हुआ था. साक्षी और दोनों बच्चे वहीं खेल रहे थे.
इन दिनों स्कूल का समय सुबह सात बजे से है. घटना करीब 10 बजे की है. स्कूल लगने के समय बच्चे बाहर कैसे पहुंचे, यह बड़ा सवाल है. ऋषभ जैन, कमल जाटव, गोलू साहू, आदि ने स्कूल प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि बच्चों को सुबह 7 बजे स्कूल में बुला लिया जाता है, जबकि शिक्षक 9 बजे तक स्कूल पहुंचते हैं. बच्चे दो घंटे स्कूल में ही इधर-उधर घूमते फिरते हैं. शिक्षकों की जब मर्जी होती है, तब बच्चों को स्कूल से भगा देते हैं और लंच करने बैठ जाते हैं. वो बच्चों की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं.
जिला कलेक्टर से पिता ने की यह मांग
घटना का सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे और एसपी विकास कुमार शाहवाल से मृतिका के पिता ने कोई सहायता लेने से इनकार कर दिया. लेकिन उन्होंने शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग की. उनका कहना था कि शिक्षकों की लापरवाही के कारण ही उनकी बेटी की जान गई है.
कलेक्टर ने क्या दिया है आश्वासन
वहीं रायसेन के कलेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि इस प्रकार की घटना अब नहीं होगी. हम सभी स्कूलों में जांच कराएंगे कि अगर कोई भवन क्षतिग्रस्त है तो उसको सही कराएंगे. उन्होंने इस हादसे में प्रथम दृष्टया स्कूल के दो शिक्षकों को लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. उन्होंने कहा कि जिले भर में प्राथमिक स्कूलों और आंगनबाड़ी भवनों का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न होने पाएं.