Global Investors Summit in Indore: 7वें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि 2026 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में मध्यप्रदेश का योगदान 550 बिलियन डॉलर से कम नहीं होगा. उन्होंने कहा कि निवेशक खुद मानने लगे हैं कि मध्य प्रदेश निवेश की दृष्टि से अनुकूल है. फार्मा सेक्टर बधाई का पात्र है.


मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगों की आवश्यकता अनुसार कस्टमाइज पैकेज देने का काम भी राज्य सरकार करेगी. उन्होंने कहा कि एक समय मध्यप्रदेश बीमारू राज्य था. अनेक देशों के प्रतिनिधि स्वच्छता सहित बुनियादी क्षेत्रों में हुए काम को देख रहें हैं. मध्यप्रदेश देश का सबसे स्वच्छ राज्य है और इंदौर देश का स्वच्छतम शहर है. आज प्रदेश विकास की तरफ तेजी से बढ़ा है. प्रदेश की विकास दर देश में सर्वाधिक है. हम तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं. भारत की जीडीपी में मध्यप्रदेश का विशेष स्थान है. प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 37 हजार हो गई है, लेकिन हमें चैन नहीं है. इसलिए मध्य प्रदेश में निरंतर काम हो रहा है. प्रदेश को और आगे ले जाना है.


'उद्योग के लिए जमीन की मांग 24 घंटे में होगी पूरी'


मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग के लिए जमीन की मांग 24 घंटे में पूरी करेंगे. प्रदेश में जमीन की पर्याप्त उपलब्धता है. औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिये प्राथमिकता से काम किया जायेगा. उद्योगों के लिए बनाये गये लैंड बैंक में लगभग 2 लाख एकड़ भूमि की उपलब्धता है. उद्योग लगाने में मंत्रियों का भी सहयोग मिलेगा. मुख्यमंत्री चौहान ने निवेशकों से मध्यप्रदेश के सीईओ के रूप में हमेशा उपलब्ध होने का आश्वासन दिया. उन्होंने बताया कि हर सोमवार उद्योगपतियों से भेंट के लिये समय तय किया गया है. सीएम शिवराज ने बताया कि प्रदेश में 300 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र हैं.




मुख्यमंत्री शिवराज ने निवेशकों को किया संबोधित


फूड पार्क, प्लास्टिक पार्क के बाद अब मेडिकल डिवाइसेस पार्क भी विकसित हो रहे हैं. मध्यप्रदेश के अनेक पर्यटन स्थलों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पालपुर कूनो में चीतों को बसाने का काम सफल हुआ. फरवरी माह से पर्यटक चीतों को देख सकेंगे. मध्यप्रदेश चीता राज्य बनने के पहले टाइगर, लैपर्ड और क्रोकोडाइल स्टेट भी बन चुका है. उज्जैन में महाकाल लोक और शिव सृष्टि के दर्शन के लिये पर्यटकों की संख्या निरंतर बढ़ रही है. समिट में आये अतिथि उज्जैन का भ्रमण जरूर करें. 


आदित्य बिरला ग्रुप के कुमार मंगलम ने मध्यप्रदेश की भौगोलिक स्थिति को निवेश की दृष्टि से उपयुक्त बताया. उन्होंने कहा कि हमारे समूह के प्रदेश से ऐतिहासिक संबंध हैं. समूह का 60 हजार करोड़ का निवेश प्रदेश में है. औद्योगिक नीति और स्टार्टअप नीति भविष्य में निवेश की दृष्टि से उपयुक्त हैं. जेएसडब्यू ग्रुप के पार्थ मित्तल ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में निवेश के लिए प्रेरित किया. हमारे समूह की प्रदेश में 4500 करोड़ निवेश करने की योजना है. पन्ना में सीमेंट प्लांट और पीथमपुर में 1500 करोड़ की लागत से पेंट की इकाई लगाई जा रही है.


रिलायंस ग्रुप के निखिल आर मेसवानी ने कहा कि दिसंबर 2023 तक प्रदेश की सभी तहसीलों में 5जी की सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी. किफायती डिजिटल सुविधाओं से छात्रों, किसानों और आम आदमी को लाभ होगा. रिलायंस ग्रुप राज्य में अब तक 22 हजार 500 करोड़ का निवेश कर चुका है और आगे 40 हजार करोड़ के निवेश की योजना है. अवादा ग्रुप के विनीत मित्तल ने कहा कि प्रदेश में टैलेंट पुल की सुविधा उपयुक्त है. प्रदेश का वातावरण भी लोगों को आकर्षित करता है. मुख्यमंत्री चौहान की राज्य को 550 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की प्रतिबद्धता को देखते हुए हमारे समूह ने निवेश का निर्णय है.


अडानी ग्रुप के प्रणव अडानी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में विभिन्न राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धी वातावरण बनाया है. मध्यप्रदेश अग्रणी राज्यों में है. अडानी समूह 60 हजार करोड़ का निवेश करने जा रहा है. निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होंगे. अडानी समूह की तरफ से धार, गुना, दमोह, उज्जैन और इंदौर में फूड पार्क स्थापित किए जा रहे हैं. गोदरेज समूह के नादिर गोदरेज ने मध्यप्रदेश में भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी. फोर्स ग्रुप के फिरोदिया ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने मेहमानों का आभार जताया. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में कुल 84 देशों के 431 डेलिगेट्स शामिल होने आए हैं.


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