Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश सरकार ने बताया है कि पिछले पांच वर्षों में राज्य में सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों की विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाइयों (एसएनसीयू) में इलाज के दौरान कम से कम 68,301 शिशुओं की मृत्यु हुई है. राज्य सरकार ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सदन को यह जानकारी दी.


68,301 नवजात शिशुओं की मृत्यु हुई, जबकि 5,00,996 शिशुओं का इलाज किया गया


कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी द्वारा पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में राज्य के लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2020-21 के बीच पांच साल के दौरान सरकारी
 अस्पतालों के 51 एसएनसीयू में 68,301 नवजात शिशुओं की मृत्यु हुई, जबकि 5,00,996 शिशुओं का इलाज किया गया. पटवारी ने प्रदेश के शासकीय अस्पतालों के एसएनसीयू में बच्चों के इलाज और मृत्यु की जानकारी मांगी थी. मंत्री ने कहा कि 2019-20 के दौरान सबसे अधिक 14,759 नवजात शिशुओं की मृत्यु हुई.


इस घटना में 14 बच्चों की मौत होने का दावा किया था


चौधरी ने कहा कि 2016-17 में 12,952, 2017-18 में 13,106, 2018-19 में 13,954 और 2020-21 में 13,530 नवजात बच्चों की मृत्यु हुई. विधायक ने भोपाल के शासकीय हमीदिया अस्पताल के एसएनसीयू में इस साल सात नवंबर को लगी भीषण आग में नवजात बच्चों की मौत की जांच रिपोर्ट की स्थिति के बारे में भी जानकारी मांगी. इसके लिखित जवाब में मंत्री द्वारा बताया गया कि इस संबंध में जानकारी एकत्र की जा रही है. अधिकारियों के मुताबिक सात नवंबर को हमीदिया अस्पताल के एसएनसीयू में लगी इस भीषण आग में चार बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि विपक्षी दल कांग्रेस ने इस घटना में 14 बच्चों की मौत होने का दावा किया था.