MP News: जिस जेल में अधीक्षक के रूप में उषा राज कुछ दिनों पहले तक कैदियों पर हुक्म चलाती थी, अब जीपीएफ घोटाले के मामले में उसी जेल में अपराधी की तरह सजा काटने जा रही है. उज्जैन पुलिस ने केंद्रीय जेल भेरवगढ़ में हुए जीपीएफ कांड का खुलासा करते हुए इनामी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. उसी के साथ पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज को भी गिरफ्तार किया गया है. दोनों को न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा.
गौरतलब है कि उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में 15 करोड़ का पीएफ घोटाला हुआ है. जेल के कर्मचारियों को पता भी नहीं चला और उनके खाते से 15 करोड़ की जीपीएफ राशि जेल प्रहरी रिपुदमन और उसके सहयोगियों ने निकाल ली. इस मामले में उज्जैन के भैरव थाने में विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया गया. इसके बाद जेल प्रहरी रिपुदमन शैलेंद्र सिकरवार और धर्मेंद्र लोधी के खिलाफ दस-दस हजार का इनाम घोषित किया गया. उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल के मुताबिक रिपुदमन को बनारस से गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके बाद जब उससे कड़ी पूछताछ की गई तो पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज का नाम भी सामने आया. जिसके बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा. आरोपियों से गबन की राशि के बारे में पूछताछ के लिए रिमांड भी मांगा जाएगा.
सरकार बदल रही है नियम
उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि आरोपियों ने इतनी चालाकी के साथ बड़े घोटाले को अंजाम दिया कि सरकार इस पूरे मामले में जीपीएफ निकालने का नियम ही बदलने जा रही है. इस पूरे मामले में अभी दो आरोपी धर्मेंद्र और शैलेंद्र फरार है. इसके अलावा आरोपियों की संख्या और भी बढ़ सकती है. बताया जाता है कि आरोपी रिपुदमन ने कई अलग-अलग खातों में राशि जमा करा कर बड़ी ही चालाकी से रुपए निकाल लिए.
आरोपियों से राशि जब्त कराना मुश्किल
भैरवगढ़ थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई गंभीर धाराओं में एफ आई आर दर्ज की है,लेकिन सबसे बड़ा प्रश्न आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए की राशि जब्त करना है. इस राशि को जिला कोषालय से छल पूर्वक निकाला गया था. आरोपी ने कई ऐसे चौंकाने वाले खुलासे किए हैं जिससे आरोपियों की संख्या बढ़ना भी तय है.