Bhopal News: अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन की राह पर चल रहे अतिथि शिक्षक फिर राजधानी भोपाल में जुटेंगे. इस दौरान अतिथि शिक्षक मीटिंग करेंगे, जिसमें वह जेल भरो आंदोलन के लिए रणनीति बनाएंगे.
बता दें इससे पहले 2 अक्टूबर को अतिथि शिक्षक संघ के बैनर तले भोपाल में बड़ा प्रदर्शन किया था. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था. जबकि संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसी पंवार, संगठन सदस्य बीएम खान, मुकेश जोशी और संतोष के खिलाफ नामजद व करीब ढाई सौ अन्य के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया था.
अतिथि शिक्षक संघ के सदस्यों के अनुसार नियमितिकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. आज भोपाल में मीटिंग है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाने के साथ ही आगामी दिनों में जेल भरो आंदोलन को लेकर भी रणनीति बनाई है. मीटिंग में पूरे प्रदेश भर से संघ के पदाधिकारी सम्मिलित होंगे.
अतिथि शिक्षकों की यह मांग
- अनुभव के आधार पर नीति बनाकर अतिथि शिक्षकों को 12 माह का सेवाकाल और पद स्थाई किया जाए.
- 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाले अतिथि शिक्षकों को एक और मौका दिया जाए.
- अतिथि शिक्षक स्कोर कार्ड में प्रत्येक सत्र के अनुभव के 10 अंक अधिकतम 100 अंक सभी वर्गों में शामिल किया जाए.
- गुरुजियों की तरह अलग से विभागीय पात्रता परीक्षा लेकर नियुक्ति की जाए.
- अतिथि शिक्षक भर्ती में वार्षिक अनुबंध सत्र 2024-25 से लागू करेंगे.
यह मांग भी अधूरी
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महापंचायत के दौरान घोषणाएं की थी, वह घोषणाएं भी अधूरी है. इन घोषणाओं में अतिथि शिक्षकों को पीरियड नहीं महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा. एक साल के लिए पूरा अनुबंध होगा जो हर साल आगे बढ़ाया जाएगा. शिक्षक भर्ती में 25 प्रतिशत का आरक्षण था, उसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया जाएगा.
बता दें इससे पहले 2 अक्टूबर को अतिथि शिक्षक संघ के बैनर तले भोपाल में बड़ा प्रदर्शन किया था. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था. जबकि संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसी पंवार, संगठन सदस्य बीएम खान, मुकेश जोशी और संतोष के खिलाफ नामजद व करीब ढाई सौ अन्य के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया था.
अतिथि शिक्षक संघ के सदस्यों के अनुसार नियमितिकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. आज भोपाल में मीटिंग है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाने के साथ ही आगामी दिनों में जेल भरो आंदोलन को लेकर भी रणनीति बनाई है. मीटिंग में पूरे प्रदेश भर से संघ के पदाधिकारी सम्मिलित होंगे.
अतिथि शिक्षकों की यह मांग
- अनुभव के आधार पर नीति बनाकर अतिथि शिक्षकों को 12 माह का सेवाकाल और पद स्थाई किया जाए.
- 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाले अतिथि शिक्षकों को एक और मौका दिया जाए.
- अतिथि शिक्षक स्कोर कार्ड में प्रत्येक सत्र के अनुभव के 10 अंक अधिकतम 100 अंक सभी वर्गों में शामिल किया जाए.
- गुरुजियों की तरह अलग से विभागीय पात्रता परीक्षा लेकर नियुक्ति की जाए.
- अतिथि शिक्षक भर्ती में वार्षिक अनुबंध सत्र 2024-25 से लागू करेंगे.
यह मांग भी अधूरी
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महापंचायत के दौरान घोषणाएं की थी, वह घोषणाएं भी अधूरी है. इन घोषणाओं में अतिथि शिक्षकों को पीरियड नहीं महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा. एक साल के लिए पूरा अनुबंध होगा जो हर साल आगे बढ़ाया जाएगा. शिक्षक भर्ती में 25 प्रतिशत का आरक्षण था, उसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया जाएगा.
हर महीने एक निश्चित तारीख पर मानदेय की व्यवस्था की जाएगी. पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की दिशा में योजना बनाई जाएगी. साल के बीच में कोई गैप नहीं होगा न तो किसी अतिथि शिक्षक की सेवा समाप्त की जाएगी.