गुना बोरवेल हादसा: 16 घंटे बाद गड्ढे से बाहर निकाला गया 10 साल का मासूम, इलाज के दौरान मौत
Guna Borewell Accident: गुना में बोरवेल में गिरे 10 वर्षीय सुमित को 16 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बाहर निकाला गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
Guna Borewell Accident: मध्य प्रदेश के गुना में 10 साल के बच्चे सुमित को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया, लेकिन इलाज के दौरान बच्चे ने दम तोड़ दिया. गुना ASP मान सिंह ठाकुर ने बताया था कि कल (28 दिसंबर) 10 वर्षीय सुमित पतंग उड़ाते-उड़ाते अपने ही खेत के बोरवेल में गिर गया था. हम कल से बचाव अभियान चला रहे थे. आज (29 दिसंबर) सुबह 9:30 बजे सुमित को निकाल लिया गया है. गुना के अस्पताल में बच्चे का इलाज चल रहा था, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
गुना जिला प्रशासन पुलिस सहित SDRF और NDRF की टीम ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए बच्चे को 16 घंटे के अंदर बाहर निकाल लिया गया. सुमित को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया था. सुबह तक प्रशासन और डॉक्टरों ने सुमित की स्थिति के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की थी, लेकिन अब पता चला है कि इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई है. बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिवार और गांव में शोक की लहर छा गई है.
गांव भर में तलाशने पर भी नहीं मिला था सुमित
गौरतलब है कि प्रदेश के गुना में शनिवार (28 दिसंबर) को दस साल एक बच्चा बोरवेल में गिर गया था. घटना की सूचना मिलते ही गुना प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया. इसके बाद NDRF और SDRF की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच गईं. मामला गुना जिले के राघोगढ़ इलाके के जंजाल इलाके में स्थित पिपलिया गांव का है. यहां का रहने वाला 10 साल का बच्चा सुमित मीणा शनिवार शाम पतंग उड़ाते हुए अचानक बोरवेल में गिर गया था.
जब परिवार वालों को सुमित की कोई खबर नहीं मिली, तो उसे गांव भर में खोजा गया. इसके बाद बोरवेल में देखा गया तो सुमित उसमें फंसा हुआ दिखा. सूचना पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ और जेसीबी मशीन की मदद से बोरिंग के पास गड्ढा किया गया.
खुले बोरवेल पर मोहन सरकार सख्त
बता दें, मध्य प्रदेश में लगातार हो रहे बोरवेल हादसों के चलते सीएम मोहन यादव ने सख्ती बरती थी. उन्होंने कहा था कि बोरवेल खुला छोड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए खेत के मालिक पर केस दर्ज होगा. हालांकि, आज भी बोरवेल खुला छोड़ने और लापरवाही बरतने के चलते हादसे हो रहे हैं.
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