Guna Bus Fire: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार उत्तर प्रदेश के योगी सरकार की तर्ज पर काम करती दिख रही है. किसी भी मामले में त्वरित कार्रवाई की जा रही है. सरकार चुनाव के दौरान जनता से किए वादे के अनुरूप जनता से जुड़े मसलों पर तेजी का कार्रवाई कर रही है. ताजा मामला गुना बस हादसे से जुड़ा है. मामले में अब तक 13 लोगों के मारे जाने की खबर है, वहीं घायलों की संख्या अब तक 17 हो गई है. 


मध्य प्रदेश सरकार ने मामले में तेजी से एक्शन लेना शुरू कर दिया है. गुना आरटीओ रवि बारेलिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. वहीं गुना के सीएमओ बीडी कतरोलिया को भी निलंबित करने के आदेश जारी किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक बिना वैध दस्तावेजों के बस संचालन मामले में आरटीओ की लापरवाही सामने आई है. वहीं मौके पर फायर ब्रिगेड देरी से पहुंचने को लेकर गुना सीएमओ को निलंबित किया गया है.



मामले में कलेक्टर, एसपी और ट्रांसपोर्ट कमिश्नर सहित परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव को पद से हटाया गया है. सीएम मोहन यादव ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात कर पूरी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. 


रूट पर चलने का परमिट था और न ही फिटनेस प्रमाणपत्र 
 
गुना जिले में जिस निजी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से 13 लोगों की मौत हो गई, उसके पास न तो उस रूट पर चलने का परमिट था और न ही फिटनेस प्रमाणपत्र था. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि बस का उपयोग कुछ समय से नहीं किया जा रहा था क्योंकि उसके पास रूट के लिए परमिट नहीं था, लेकिन जाहिर तौर पर बुधवार को दूसरे यात्री वाहन के स्थान पर इस बस का परिचालन किया गया जो दुर्घटनाग्रस्त हो गई.


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