MP News: मध्य प्रदेश के गुना जिले के एक गांव में मंगलवार को एक महिला और उसके पति पर हमला करने वाले आरोपी की घर को ध्वस्त करने की मांग को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों की भीड़ ने पुलिस और निगम कर्मचारियों पर पथराव भी किया. पुलिसकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के विष्णुपुरा गांव में पथराव के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें भी आईं. वहीं एक फायर ब्रिगेड वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया. 


बुजुर्ग दंपती से मारपीट के आरोपी की दुकाने ध्वस्त
दरअसल, नगर निगम के कर्मचारी ग्राम पंचायत अधिकारियों के निर्देश पर बुजुर्ग दंपती से मारपीट के आरोपी रफीक खान की अवैध दुकानों को गिराने के लिए गए थे. इस दौरान स्थानीय निवासियों और लोगों की भीड़ ने आरोपी के मकान को गिराने की मांग की. इस दौरान भीड़ ने नगर निगम कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया. रफीक खान पर भी हमला करने का आरोप है. इसके बाद पुलिस रफीक खान उसके पिता और अन्य दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और बल प्रयोग करना पड़ा.  


उपमंडल अधिकारी के नेतृत्व में पुलिस और अधिकारियों की एक टीम गुना के कार्यवाहक अनुविभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) विकास आनंद ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि पुलिस (एसडीओपी) विवेक अस्थाना आरोपियों की ओर से बनाए गए अवैध ढांचे को हटवाने के लिए विष्णुपुरा पहुंचे थे. रफीक खान ने सरकारी जमीन पर दो दुकानों का निर्माण किया था, जिसे प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया. जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया और लोगों ने रफीक खान के घर को भी गिराने की मांग की. अब स्थिति नियंत्रण में है.


उप-निरीक्षक कृपाल सिंह लाइन हाजिर
पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा ने कहा कि फतेहगढ़ पुलिस स्टेशन के एक उप-निरीक्षक कृपाल सिंह परिहार को लाइन हाजिर कर दिया गया है. घटना के बाद उन्हें फील्ड ड्यूटी से हटा दिया गया है. वहीं विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी गांव पहुंचे और फतेहगढ़ पुलिस स्टेशन के बाहर बड़ी संख्या में एकत्र हुए और मारपीट के आरोपी के अवैध निर्माणों को हटाने की मांग की.


एक अधिकारी ने बताया कि लोगों की तरफ से रफीक खान के मकान को गिराने पर जोर दिया गया. प्रशासन ने लोगों को इस मांग को यह कहते हुए अस्वीकार कर कि ये वैधानिक रूप से बनाया गया है. जिसकी वजह से गांव में तनाव पैदा हो गया. पुलिस पथराव करने वालों की पहचान करने में जुटी है मामला दर्ज करने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल
बता दें कि विष्णुपुरा गांव में सोमवार को एक बुजुर्ग महिला, उसके पति और उनके भतीजे द्वारा खाली पड़े प्लॉट को अपना बताते हुए सरकारी जमीन से चहारदीवारी हटाने को लेकर विवाद हो गया. रफीक खान के नेतृत्व में ग्रामीणों के एक प्रतिद्वंद्वी समूह ने भी जमीन पर दावा किया. इस बीच तीखी बहस के दौरान रफीक खान और उसके रिश्तेदारों ने बुजुर्ग महिला और उसके पति की पिटाई कर दी. इस पूरी घटना का एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया था.


अधिकारी ने कहा दोनों पक्षों ने घटना के संबंध में क्रॉस-एफआईआर दर्ज करवाई है. वायरल वीडियो में महिला को सड़क पर गिरते हुए देखा जा सकता है, जबकि एक आदमी उस पर अपना पैर रखता है और उसे थप्पड़ मारता है. जबकि बुजुर्ग व्यक्ति पर लाठियों से हमला किया गया. रफीक खान के पिता फरीद खान ने दावा किया कि खाली जमीन सरकार की है, लेकिन वे पिछले 35 वर्षों से इसका उपयोग सामान के साथ-साथ अपने घरेलू जानवरों को रखने के लिए कर रहे थे.


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