Guru Purnima: गौ सेवा करते नजर आए एमपी के CM मोहन यादव, खिलाया चारा, गुरु पूर्णिमा पर कही ये बात
Guru Purnima 2024: गुरु पूर्णिमा पर एमपी के सीएम मोहन यादव ने आज गौ सेवा की. इससे पहले लोगों से घरों में गाय पालने का आह्रान कर चुके हैं. उनसे गायों का दुध खरीदने और बोनस देने की बात भी कह चुके हैं.
Guru Purnima 2024 News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव रविवार को गुरु पूर्णिमा पर भोपाल गौ सेवा करते नजर आए. इस दौरान उन्होंने गायों को चारा भी खिलाया और उनकों प्यार-दुलार से सहलाया. वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम यादव ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर समस्त देश-प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. हमारी सरकार ने शिक्षकों के सम्मान में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का नाम कुलगुरु करने का ऐतिहासिक निर्णय भी लिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां कुलगुरु परंपरा सदियों से चली आ रही है और अपनी इन्हीं संस्कृति, शिक्षा और जीवन शैली के आधार पर भारत दुनिया का सदैव नेतृत्व करता रहा है.
‘लोगों से अपने घरों में गाय पालने का किया था आह्रान’
बता दें कि इससे पहले इसी माह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन ने कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में लोगों से घरों में गाय पालने का आह्रान किया था. उन्होंने कहा गाय हम सबकी माता है. गोमाता 10 बेटों पर भारी है. अगर गाय नहीं होती तो गोपाल नहीं होते. इसके साथ उन्होंने कहा कि लोग घरों में गाय पालें, सरकार उनसे दूध खरीदेगी और उन्हें बोनस भी देगी.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में पहुंचे सीएम
इसके साथ ही गुरु पूर्णिमा के अवसर पर इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. सीएम मोहन यादव भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम यादव ने कहा कि हमारी गुरु परंपरा समूची मानवता को धन्य करने वाली परंपरा है. मुझे इस बात का भरोसा है इसलिए उस बात को सच्चे अर्थों में जानने की संस्कृति है वो भारतीय संस्कृति है.
सीएम ने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति जो गुरु परंपरा को लेकर चलती है उसको पुनस्थापित करने का अभियान चला. ये बड़ी कठिनाई की बात है कि देश की आजादी के बाद ये बड़ी दुविधा हो गई सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर शिक्षक दिवस हुआ, शिक्षक दिवस होना अच्छी बात है लेकिन गुरु पूर्णिमा कहां चली गई. गुरु पूर्णिमा का अपना महत्व है और शिक्षक दिवस का अपना महत्व है.
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