(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gwalior: ग्वालियर नगर निगम की अजब कार्रवाई, मालिक ने वॉटर टैक्स नहीं चुकाया, तो सजा उसकी भैंस को मिली!
MP News: डेयरी संचालक बाल कृष्ण पाल ने भारी भरकम बकाया राशि एक साथ देने से मना कर दिया. नगर निगम के अधिकारियों ने डेयरी संचालक को हड़काया. हड़काने के बावजूद एकमुश्त राशि जमा करने में असमर्थता जताई.
Gwalior Nagar Nigam News: ग्वालियर नगर निगम के अधिकारी कर वसूली में पिछड़ने पर अजीब गरीब हरकतें कर रहे हैं. उन्होंने खीझ बेजुबान भैंस को पकड़कर मिटाई है. भैंस के मालिक ने नगर निगम का टैक्स चुकता नहीं किया था. नगर निगम अधिकारी मालिक के बजाय भैंस पकड़ कर ले गए. डलिया वाला मोहल्ला स्थित डेयरी संचालक बाल कृष्ण पाल पर जलकर की राशि 1 लाख 29 हजार बकाया थी. नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल के निर्देश पर जलकर की बकाया राशि वसूलने अधिकारी पहुंचे.
मालिक की सजा बेजुबान जानवर को दी गई
डेयरी संचालक बाल कृष्ण पाल ने भारी भरकम बकाया राशि एक साथ देने से मना कर दिया. नगर निगम के अधिकारियों ने डेयरी संचालक को हड़काया. हड़काने के बावजूद डेयरी संचालक एकमुश्त राशि जमा करने में असमर्थता जताई. काफी देर तक निगम अधिकारियों और डेयरी संचालक में बहस होती रही. निगम अधिकारियों की नजर बंधी बेजुबान भैंस पर पड़ी. उन्होंने जब्ती की कार्रवाई कर भैंस को गाड़ी में लादकर ले गए.
टैक्स नहीं जमा करने पर भैंस ले गए अधिकारी
कार्रवाई में वसूली स्टाफ के साथ सहायक यंत्री के सी अग्रवाल, अवनीश गुप्ता और श्रीकांत मौजूद रहे. वसूली दल ने कैलाश टॉकीज के पास बंसल भवन में दो कनेक्शन काट दिए. जलकर का लगभग 76 हजार रुपये जमा नहीं किया गया था. बंसल भवन के दफ्तर पर भी कार्रवाई की गई. निगम के वसूली दल ने दप्तर को सील कर दिया.
कार्रवाई मदाखलत के श्रीकांत सेन की अगुवाई वाली टीम ने की. नगर निगम की अजीब गरीब कार्रवाई शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है. लोगों में दहशत है कि टैक्स नहीं भरने का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. गौरतलब है कि कर वसूली में पिछड़नेवाला नगर निगम रेवेन्यू बढ़ाकर किसी तरह लक्ष्य को पूरा करना चाहता है.