Gwalior Kidnapping Case: ग्वालियर के मुरार थाना क्षेत्र में 15 दिन की बच्ची और 3 साल के लड़के के अपहरण के मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों में किन्नर भी शामिल है. सबसे बड़ी बात यह है कि आरोपियों ने अपना कोई सुराग नहीं छोड़ा था लेकिन ऑनलाइन पेमेंट के जरिए पुलिस उन तक पहुंच गई. इस मामले में मानव तस्करी के बिंदु को लेकर भी जांच की जा रही है.
ग्वालियर के सीएसपी अशोक जादौन ने बताया कि 19 अगस्त को भीख मांगने वाली सरोज वंशकार नाम की महिला ने मुरार थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी 15 दिन की बेटी और 3 साल के बेटे का अपहरण हो गया है. भिक्षावृत्ति के दौरान उसे एक युवक और महिला मिले थे. दोनों ने उसे खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर वारदात को अंजाम दे दिया है. इस मामले में पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू की.
पूछताछ पर किया अपराध कबूल
जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो पता चला कि आरोपी ऑनलाइन पेमेंट कर सामान खरीद रहा है. जिसके जरिए पुलिस सत्यनारायण जाटव तक पहुंच गई. पुलिस ने उसे पकड़ कर पूछताछ की तो उसने अपना अपराध कबूल करते हुए बताया कि पत्नी नीलम के साथ उसने वारदात को अंजाम दिया है. इसके बाद नीलम गोस्वामी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दोनों के निशानदेही पर दोनों बच्चे बरामद कर लिए गए है.
श्योपुर और भिंड से दोनों बच्चे बरामद
सीएसपी अशोक जादौन ने बताया कि पकड़े गए सत्यनारायण और उसकी पत्नी नीलम की निशानदेही पर पुलिस ने भिंड में छापा मार कर पूजा शर्मा और दीपक को हिरासत में लिया. साथ ही उनके कब्जे से 15 दिन की बच्ची बरामद की. वहीं 3 साल के बच्चे को श्योपुर के करहल में छापा मारकर शालू किन्नर से बरामद किया.
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