Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शनिवार (3 अगस्त) को पुलिस को 80 वर्षीय एक व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा. मृतक के दो बेटों ने पड़ोसियों और रिश्तेदारों के समझाने के बावजूद अपने पिता का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और शव को अपने घर में रख लिया.


एक अधिकारी ने बताया कि पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने डबरा कस्बे के रहने वाले प्रेम नारायण श्रीवास्तव (80) का अंतिम संस्कार रीति-रिवाजों के अनुसार करने की मांग की, लेकिन उनके दोनों बेटों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. उन्होंने बताया कि प्रेम नारायण श्रीवास्तव सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी थे, जिनकी मौत एक अगस्त को हुई थी.


पुलिस की चेतावनी के बाद माने बेटे
डबरा थाने के प्रभारी यशवंत गोयल ने बताया कि आखिरकार पुलिस ने हस्तक्षेप किया और भाईयों को चेतावनी दी कि अगर वह इनकार करते रहे तो पुलिस यह काम करायेगी, जिसके बाद उन्होंने नरम रुख अपनाया. इसके बाद शनिवार शाम को प्रेम नारायण श्रीवास्तव का अंतिम संस्कार किया गया. यशवंत गोयल ने बताया कि प्रेम नारायण श्रीवास्तव की मौत स्वाभाविक थी और किसी ने भी उनके निधन पर संदेह नहीं जताया था.


ग्वालियर पुलिस ने इस हत्याकांड का किया खुलासा
वहीं ग्वालियर पुलिस को शहर में हुए एक खौफनाक हत्याकांड मामले को सुलझाने में सफलता मिली है. ग्वालियर में एक 55 वर्षीय महिला की दिनदहाड़े हत्या करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों को एक शॉर्ट एनकाउंटर के दौरान गिरफ्तार किया है. ग्वालियर पुलिस ने अनीता गुप्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपी आकाश जादौन को शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया है.


क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि 20 हजार का इनामी आकाश जादौन शहर से भागने की फिराक में है. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. बता दें आकाश जादौन ने 29 जुलाई की शाम को प्रीतमपुर में अपने बेटे के साथ घर लौट रही अनीता गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी थी



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