Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक व्यक्ति एच3एन2 (H3N2) से संक्रमित पाया गया है. मध्य प्रदेश में इस इन्फ्लुएंजा वायरस (Influenza Virus) का यह पहला मामला है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.कोरोना के जैसे लक्षणों वाला यह इन्फ्लुएंजा देश में तेजी से फैल रहा था. देश में इस इन्फ्लुएंजा की वजह से पहली दो मौतें हरियाणा (Hariyana) और कर्नाटक (Karnataka) में मार्च के पहले हफ्ते में ही दर्ज की गई थीं. वहीं मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में इससे अबतक तीन लोगों को मौत हो चुकी है. वहां पांच सौ से अधिक मामले अबतक पाए गए हैं.
मध्य प्रदेश में कहां मिला एच3एन2 का मामला
भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉक्टर प्रभाकर तिवारी ने बताया कि बुधवार को 20 से 25 साल का एक युवक एच3एन2 की जांच में संक्रमित पाया गया, हालांकि,अब उसमें इस बीमारी के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं.अधिकारियों ने बताया कि यह व्यक्ति भोपाल के बैरागढ़ इलाके में स्थित अपने घर पर है. उसे इस बीमारी के लिए कभी अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया. उसने खांसी और जुकाम की शिकायत की थी. इसके बाद उसका नमूना जांच के लिए भेजा गया था.उन्होंने कहा कि वह घर पर है और ठीक है.
महाराष्ट्र में एच3एन2 से कितनी मौतें हुई हैं
वहीं मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में एच3एन2 वायरस के संक्रमण से दो लोगों की मौत हो चुकी है. महाराष्ट्र सरकार के मुताबिक 23 साल के एक पुरुष मेडिकल छात्र की पहली मौत अहमदनगर में हुई. इस वायरस से दूसरी मौत नागपुर में 72 साल के एक व्यक्ति की हुई. दोनों कोविड-19 पॉजिटिव थे और वे और भी कई बीमारियों से पीड़ित थे.पिंपरी-चिंचवड़ शहर में एच3एन2 के कारण एक तीसरी मौत भी दर्ज की गई है. वहां 73 साल एक व्यक्ति को सात मार्च को नगर निगम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महाराष्ट्र में अब तक एच3एन2 के 350 से अधिक मामले सामने आए हैं.इन लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
देश में अबतक किन राज्यों में मिले हैं एच3एन2 के मामले
देश में अबतक राजधानी दिल्ली समेत महाराष्ट्रा , गुजरात, हरियाणा, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, पंजाब, असम में एच3एन2 के मामले सामने आए हैं. एच3एन2 के लक्षणों में शरीर में दर्द के साथ लंबे समय तक बुखार रहना,खांसी, नाक बहना और अत्यधिक मामलों में सांस फूलना या घरघराहट भी शामिल है. स्वास्थ्य अधिकारी तत्काल उपचार की सलाह देते हैं.
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