Hajj Yatra 2024: जबलपुर का एक शख्स हज यात्रा पर गये पिता के मक्का में गायब हो जाने से परेशान है. सऊदी अरब सरकार ने बेटे को पिता की मौत की सूचना दी है. बेटा विश्वास करने को तैयार नहीं है कि पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं. परिवार से अंतिम संस्कार के लिए एनओसी मांगी गई है. बेटे ने कलेक्टर को आवेदन दिया है. आवेदन में भारत सरकार से पिता को ढूंढने की गुहार लगाई गई है.


बता दें कि मध्य प्रदेश से करीब 7 हजार हाजी हज के लिए मक्का गए हैं. सऊदी अरब के मक्का शहर का तापमान इस वक्त 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. ऐसे में दुनिया भर के एक हजार से अधिक हाजियों की मौत की खबर सामने आ चुकी है. भोपाल और छतरपुर से मक्का गए दो हज यात्रियों की भी भीषण गर्मी से मौत हो गई है.


जबलपुर का हज यात्री मक्का में लापता


जबलपुर के 62 वर्षीय इसरार अहमद अंसारी का मक्का में पता नहीं चल रहा है. अजीम अहमद अंसारी ने बताया कि 15 जून को पिता ने आखिरी बार बात की थी. सऊदी अरब प्रशासन की ओर से परिवार को इसरार अहमद अंसारी की मौत की खबर दी गई है. परेशान बेटे ने अब जबलपुर प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है. हज यात्री इसरार अहमद को मृत बताकर सऊदी अरब प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए परिवार से एनओसी मांगी है.


हज यात्री की मौत का सबूत नहीं मिलने से परिजनों को खबर पर भरोसा नही हो रहा है. गोहलपर में रहने वाले इसरार अहमद अंसारी 4 जून को जबलपुर से मक्का गए थे. 15 जून के बाद से परिवार का इसरार अहमद अंसारी से संपर्क नहीं हो पाया है. बताया जाता है कि जबलपुर से इसरार अहमद अंसारी के साथ करीब 220 हाजी मक्का गए हैं. अजीम अहमद अंसारी ने मीडिया को बताया कि 15 जून की रात 2 बजे पिता से फोन पर बात हुई थी.


परिवार को मौत का नहीं हो रहा यकीन


उन्होंने बताया था कि गर्मी बहुत ज्यादा है. रात को आराम करने के बाद सुबह मीना जाएंगे. अगले दो दिनों तक फोन नहीं आने पर परिजनों को चिंता हुई. 17 जून को पिता के नंबर पर कॉल किया. कॉल किसी और ने रिसीव किया. रिसीवर ने बताया कि इसरार अहमद की तबीयत खराब हो गई है. अस्पताल ले जाने के दौरान जेब से मोबाइल गिर गया था. उस शख्स ने अपना नाम तस्लीम जमील निवासी कर्नाटक बताया था.


खबर मिलने के बाद अजीम अहमद अंसारी ने मध्य प्रदेश से 7 हजार लोगों को मक्का ले जाने वाले इंचार्ज फाजिल कैफ से बात की. उन्होंने बताया कि सऊदी अरब सरकार की तरफ से मृतकों की जारी लिस्ट में इसरार अहमद का भी नाम है. जबलपुर से मक्का ले जाने वाले एजेंट ने बताया कि तलाशी के बाद सऊदी अरब सरकार को मिसिंग की जानकारी दी गई. अब बताया जा रहा है कि उनकी मौत हो गई है.


अजीम अहमद अंसारी ने शिकायती लहजे में कहा कि वीडियो कॉल पर पिता की डेड बॉडी नहीं दिखाई जा रही है. इंचार्ज फाजिल कैफ भी जानकारी जुटाने में नाकाम हैं. उन्होंने कहा कि पिता की बॉडी देखने के बाद विश्वास होगा. परिजनों ने बताया कि इसरार अहमद का नॉमिनी अजीम अहमद को बनाया गया था. अब हाजियों को लेकर मक्का गए फाजिल कैफ ने अजीम अहमद से एनओसी मांगी है.


भारत सरकार से ढूंढने की लगाई गुहार


सहमति मिलने के बाद इसरार अहमद को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. दूसरी तरफ परिवार वाले तैयार नहीं हैं. अजीम अहमद का कहना है कि पिता के साथ रिश्तेदार भी गए हैं. रिश्तेदारों को भी अस्पताल नहीं जाने दिया गया और बॉडी की भी जानकारी नहीं दी गयी. शव को आंखों से देखने के बाद एनओसी दी जाएगी. इसरार अहमद के साथ बड़े भाई, भाभी और 15 से 20 लोग हज पर गए हैं. पिता का सुराग नहीं मिलने से परेशान अजीम अहमद ने प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के नाम पत्र जारी कर पिता को ढूंढने की गुहार लगाई है.


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