Hamidia Fire Case: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में हुए अग्निकांड और हादसे में बच्चों की मौत मामले में अब तक आरोपियों पर एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई है. ये आरोप लगाते हुए इस मामले में न्याय के लिए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की जबलपुर बेंच में याचिका दाखिल की गई है. भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए सभी मृत बच्चों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग भी की है. विधायक आरिफ मसूद की याचिका पर सुनवाई करते हुए जबलपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है.


हमीदिया अग्निकांड में सिर्फ 11 बच्चों की मौतों पर मुआवजा 


हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को नोटिस जारी कर 2 हफ्तों में जवाब मांगा है. हाईकोर्ट ने पूछा है कि आखिर इस गंभीर अग्निकांड में अब तक एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई और सभी पीड़ितों को अब तक मुआवजा क्यों नहीं दिया गया? याचिका पर 2 हफ्ते बाद अगली सुनवाई की जाएगी. याचिकाकर्ता की ओर से पैरवी करते हुए अधिवक्ता रविशंकर यादव ने हाईकोर्ट में दलील दी कि हमीदिया अस्पताल में हुए अग्निकांड के वक्त अस्पताल में 40 बच्चे भर्ती थे. 10 बच्चों की हादसे के दौरान ही मौत गई थी और बाकी 30 बच्चों ने भी कुछ दिनों बाद इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था.


हाईकोर्ट गंभीर, राज्य सरकार को नोटिस कर मांगा जवाब


याचिका में कहा गया है कि सरकार ने सिर्फ 11 बच्चों की मौतों पर मुआवजा दिया और बाकी बच्चों की मौतों के बाद परिजनों को मुआवजे की कोई राशि नहीं दी गई. याचिका में सभी पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने, अग्निकांड के दोषी अधिकारियों पर एफआईआर करने और अस्पतालों में फायर सेफ्टी सुनिश्चित करने की मांग उठाई गई है. फिलहाल हाईकोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार, पीएस हेल्थ और डायरेक्टर हेल्थ डिपार्टमेंट सहित सभी पक्षकारों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है. मामले पर अगली सुनवाई 2 हफ्तों बाद की जाएगी.


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