Hanuman Jayanti 2023: भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं छिंदधाम के हनुमान जी, जानिए क्या है भव्य प्रतिमा की महिमा
Hanuman Jayanti 2023: रायसेन जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर और बरेली तहसील मुख्यालय से महज सात किलोमीटर की दूरी पर छिंदधाम मंदिर है.हनुमान जी का यह मंदिर 200 साल से अधिक पुराना बताया जाता है.
Chhind Dham Hanuman Mandir: चारों जुग परताप तुम्हारा, है परसिद्ध जगत उजियारा... संकट कटै मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा. अंतकाल रघुवरपुर जाई, जहां जन्म हरिभक्त काई, और देवता चित्त न धरई, हनुमत सेई सर्व सुख करई... हनुमान जयंती के मौके पर आज रायसेन जिले में स्थित छिंदधाम इन्हीं चौपाइयों से गूंज रहा है. हनुमान जयंती के मौके पर यहां श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला बुधवार रात ही शुरू हो गया था.
हनुमान भक्तों ने यहां मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ सहित सुंदरकांड पाठ किया. अल सुबह चार बजे तक यहां मानों श्रद्धालुओं का तांता सा ही उमड़ गया था. सुबह चार बजे तक यहां 50 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके थे.
कहां स्थित है छिंदधाम हनुमान मंदिर
रायसेन जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर और बरेली तहसील मुख्यालय से महज सात किलोमीटर की दूरी पर छिंदधाम मंदिर है. हनुमान जी का यह मंदिर 200 साल से अधिक पुराना बताया जाता है. हनुमान जी के चमत्कारी मंदिर में श्रद्धालुओं की हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यहां श्रद्धालु अपनी मनोकामना अनुसार,लगातार पांच या ग्यारह मंगलवार को दर्शनों के लिए आते हैं. यूं तो छिंदधाम पर प्रतिदिन ही श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं, लेकिन शनिवार और मंगलवार को यहां विशेष रूप से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. हनुमान जयंती के मौके पर गुरुवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान हनुमान जी के दर्शन के लिए पहुंचे.
छिंदधाम हनुमान मंदिर की विशेषता है कि यहां श्रद्धालु पांच या 11 मंगलवार लगातार दर्शनों के लिए आते हैं तो उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस अभिलाषा के चलते भोपाल इंदौर,सीहोर, विदिशा,होशंगाबाद,जबलपुर,रायसेन,नरसिंहपुर सहित मध्य प्रदेश के अनेक जिलों से यहां श्रद्धालु प्रति मंगलवार दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. मनोकामनाएं पूरी होने के बाद यहां श्रद्धालुओं द्वारा भंडारे का भी आयोजन कराया जाता है.
एक फीट से पांच फीट हो गई मूर्ति
बता दें कि छिंदधाम में पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान जी विराजमान हैं. ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री राम के भक्त श्री हनुमान जी के एक उपासक ने प्रतिमा को बाहर निकलवाकर स्थापित करवाई थी. साल 1905 में भगवान की प्रतिमा स्थापित करवाई थी. शुरुआत में यह प्रतिमा महज एक फीट की थी,लेकिन चमत्कार और हनुमान जी के प्रताप अपने आप बढ़ते-बढ़ते अब पांच फीट की हो गई है.
छिंदधाम हनुमान जी का मंदिर जनप्रतिनिधियों की भी खास आस्था का केंद्र है. छिंदधाम मंदिर में दर्शनों से कई लोग सांसद और विधायक जैसे अहम पदों पर पहुंच चुके हैं. यही कारण है कि कई जनप्रतिनिधि छिंदधाम तक पैदल पदयात्रा कर बाबा के दर्शनों के लिए पहुंचत हैं. सीहोर जिला मुख्यालय से चार बार के पूर्व विधायक रमेश सक्सेना और पूर्व जिला पंचायत व नगर पालिका अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा भी सीहोर से छिंदधाम तक 180 किलोमीटर की पदयात्रा कर बाबा के दर्शनों के लिए पहुंच चुके हैं.
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