Happy New Year 2023: नए साल की शुरुआत प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के दरबार में भव्य भस्म आरती के साथ हुई. भस्म आरती के दर्शन करने के लिए देशभर के श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे थे. हालांकि, कुछ श्रद्धालुओं को ही भगवान महाकाल की भस्म आरती के दर्शन हो सके. रविवार को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में 5 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने पहुंचने की संभावना है.
दरअसल, सभी धार्मिक पर्व की शुरुआत उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से होती है. नववर्ष की शुरुआत भी राजाधिराज भगवान महाकाल के आंगन में भव्य भस्म आरती के साथ हुई. सबसे पहले भगवान महाकाल के दरबार में पट खुलने के बाद राजाधिराज भगवान महाकाल का जल अभिषेक किया गया. इसके बाद पंडित और राजपुरोहितों द्वारा भगवान महाकाल को दूध, दही, शहद, फलों के रस और सुगंधित इत्र से स्नान कराया गया. पंचामृत पूजन के बाद भगवान महाकाल का भांग, सूखे मेवों से आकर्षित श्रृंगार हुआ, जिसके बाद भव्य भस्म आरती हुई.
सिर्फ महाकालेश्वर में होती है भस्म आरती
ज्योतिर्लिंगों में एकमात्र महाकालेश्वर मंदिर में ही भस्म आरती होती है, जिसे देखने के लिए देशभर के शिवभक्त उज्जैन पहुंचते हैं. महाकालेश्वर मंदिर के प्रमुख आकर्षण के केंद्र भस्म आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. दिल्ली से आए राजेंद्र सिंह ने बताया कि नववर्ष की भस्म आरती दर्शन करने के लिए एक महीने से कोशिश कर रहे थे, आज उनकी कोशिश कामयाब हुई है. उनके द्वारा ऑनलाइन बुकिंग कराई गई थी. भगवान महाकाल के आंगन से नए साल की शुरुआत उन्हें जीवन पर्यंत याद रहेगी.
आज दिनभर उमड़ेगा भक्तों का सैलाब
महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी प्रदीप ने बताया कि आज दिन भर भस्म आरती के बाद श्रद्धालुओं का सैलाब दर्शन के लिए उमड़ पड़ेगा. महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के अलावा प्रातः कालीन आरती और फिर भोग आरती होती है. इसके पश्चात संध्या कालीन आरती और अंत में शयन आरती से मंदिर के पट बंद होते हैं. ऐसी संभावना है कि आज श्रद्धालुओं की भीड़ पुराने रिकॉर्ड तोड़ देगी.