MP News: बैन के बावजूद लगातार जारी है रेत का अवैध कारोबार, नर्मदा नदी पर पड़ रहा बुरा असर, BJP विधायक पर लगे आरोप
Narmada News: हरदा जिलमें अवैध खनन करने से नर्मदा के अस्तित्व को नुकसान हो रहा है, नदी के रेत को निकाल कर अवैध ढंग से इंदौर पहुंचाय जाता है. खनन को रोकने के लिए नर्मदा सेवा संगठन का गठन किया गया है.
Illegal Sand Mining in Narmada: चुनावी साल में भी मध्य प्रदेश में मां नर्मदा का सीना छलनी करने में रेत के अवैध ठेकेदार बाज नहीं आ रहे हैं. जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में प्रतिदिन नर्मदा नदी से रेत निकाली जा रही है, जिसे गैरकानूनी ढ़ंग से दूसरी जगहों पर भेजा जाता है. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले हरदा से सामने आया है. बताया जा रहा है कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र राजावत द्वारा हरदा से रेत भरकर इंदौर में सप्लाई किया जा रहा है.
सूत्र बताते हैं कि यह रेत का अवैध कारोबार खातेगांव विधायक आशीष शर्मा के संरक्षण में हो रहा है. हरदा जिले से प्रतिदिन रेत से भरे डंपर देवास होते हुए इंदौर जा रहे हैं, जबकि इस समय नर्मदा नदी से रेत निकालने को लेकर एनजीटी ने रोक लगाई है. इसके बावजूद रेत से भरे ये डंपर बिना रायल्टी के प्रशासन के नाक के नीचे से निकल रहे हैं, जिससे सरकार को भी लाखों रुपये के राजस्व की हानि हो रही है. सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि रेत से भरे यह डंपर खातेगांव से बीजेपी विधायक आशीष शर्मा के करीबी भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र राजावत के बताए जा रहे हैं.
कांग्रेस ने अवैध खनन रोकने के लिये बनाय संगठन
विधायक का संरक्षण होने की वजह से प्रशासनिक सिस्टम भी बगैर रोक-टोक के इन डंपरों को जाने दे रहा है. चंद महीनों बाद मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव है. नर्मदा नदी से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने चुनावी मुद्दा बनाया है. रेत के अवैध उत्खनन को रोकने के लिए कांग्रेस ने नर्मदा सेवा सेना संगठन भी गठन किया है. कांग्रेस की यह नर्मदा सेवा सेना नदी के संरक्षण का प्रयास कर रही है. हरदा जिले से निकल रही अवैध रेत को लेकर जल्द ही कांग्रेस की नर्मदा सेवा सेना राजधानी भोपाल में बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है.
रेत को अवैध रुप से पहुंचाया जा रहा है इंदौर
बता दें, हरदा जिले में स्थित नर्मदा नदी में अवैध उत्खनन नहीं रुकने से नर्मदा नदी के अस्तित्व को नुकसान हो रहा है. रेत माफिया गैरकानूनी रुप से प्रशासन के नाक के नीचे खनन कर रहे हैं. टिमरनी के छीपानेर से लेकर ऊंचान के आगे बैक वाटर तक नर्मदा से अवैध तरीके से रेत का उत्खनन और परिवहन हो रहा है. तेज बहाव से नर्मदा के बीच से डुबकी लगाकर पहले नाव में रेत भरी जा रही है, इसके बाद इस रेत को डंपरों के माध्यम से देवास के रास्ते होते हुए इंदौर पहुंचाया जा रही है.
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