Harda News: मध्यप्रदेश में नर्मदा किनारे अति पिछड़े एक गांव में गरीबी और आर्थिक तंगी बेटियों के हाथ पीले करने में आड़े आ रही है लेकिन ग्रामीणों की एकता से आर्थिक तंगी को दरकिनार कर बेटियों के हाथ पीले किए जा रहे है. इस पहल की पूरे जिलें में चर्चा हो रही है. प्रदेश के हरदा जिले के ग्राम चारखेड़ा के ग्रामीणों द्वारा 20 साल से गरीब कन्याओं की शादियां करवाई जा रही है. मगंलवार को भी ग्रामीणों ने विभिन्न गांवों के 6 जोड़ों का विवाह कराया. वधुओं को नकदी रुपए और गृहस्थी का सामान देकर विदा किया.
हर साल कराई जाती है शादी
चारखेड़ा निवासी लीलाधर बाकी ने बताया कि गांव के 25 लोगों ने मिलकर श्रीरामजी बाबा समिति बनाई है. इसमें सभी लोग पांच-पांच हजार रुपया जमा करते हैं. इसके बाद ऐसी कन्या जो गरीब परिवार से है उनकी शादी कराते हैं. पिछले 20 साल से समिति के सदस्यों द्वारा हर साल 11 जोड़ों की शादी कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि जोड़ो से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. अभी तक 200 कन्याओं की शादी करवा चुके हैं.
खर्चा ग्रामीण उठाते हैं
समिति के 25 सदस्य शामिल हैं. समिति के सभी सदस्य मिलकर कन्यादान करते है. इसमें गांव के लोग भी अपनी तरफ से पैसे और गृहस्थी का सामान देकर कन्यादान करने की रस्म निभा रहे हैं. विवाह का शुरू से लेकर आखिर तक का खर्चा समिति और ग्रामीण मिलकर उठाते हैं. उन्होंने बताया कि निशुल्क शादी कराने का यह 21वां वर्ष है.
बुजुर्गों ने लिया था प्रण
गांव की गरीब परिवारों के बेटियों की शादी कराने में दिक्कतें होती थीं. तब समस्या को देखते हुए 20 साल पहले बुजुर्गों ने प्रण लिया था कि वे ग्रामीणों की मदद से हर साल 11 गरीब कन्याओं की शादी करवाएंगे. बुजुर्गों से प्रेरणा लेकर समिति भी हर साल गरीब कन्याओं की निशुल्क शादी करवा रही हैं.
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