MP News: आदिवासी जिले डिंडोरी में देश की सीमा पर तैनात जवानों के लिए अनोखी पहल शुरू की गई है. कलेक्टर विकास मिश्रा ने आर्मी,  नेवी और एयरफोर्स के जवानों या उनके परिवारों की शिकायतों को दूर करने की खातिर ’’हैलो डिंडौरी जय-जवान कार्यक्रम" शुरू किया है. माना जा रहा है कि देश में अपनी तरह का पहला नवाचार सैनिकों की सिविल एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़ी समस्याओं का हल करेगा. कलेक्टर विकास मिश्रा ने कहा कि डिंडोरी जिले के आर्मी, नेवी या एयरफोर्स में सेवा दे रहे या रिटायर्ड जवानों या उनके परिवार वालों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन का नंबर 7879849830 होगा.


सीमा पर तैनात जवानों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी


हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर समस्या या शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. कलेक्टर विकास मिश्रा ने कहा कि जिला प्रशासन की तरफ से 48 घंटे में शिकायत या समस्याओं का निराकरण कर जानकारी मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से फौजी अफसर से भी बात की जाएगी.


2013 के आईएएस विकास मिश्रा ने की अनूठी पहल


बता दें कि 2013 बैच के आईएएस विकास मिश्रा ने 9 नवंबर को राजधानी भोपाल से सीधे आकर आदिवासी जिले डिंडौरी में डीएम की कुर्सी संभाली थी. आईएएस विकास मिश्रा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं. सोशल मीडिया के साथ मेनस्ट्रीम मीडिया में भी उनका कारनामा चर्चा का विषय बन जाता है. बताया जाता है कि डीएम मिश्रा सुबह 5 बजे तैयार होकर फील्ड में निकल जाते हैं.


जमीन पर बैठकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनते हैं. कभी महिला के हाथ पर अपना मोबाइल नंबर लिख देते हैं. कभी स्वागत कर रही बैगा आदिवासी महिलाओं के पैर छू लेते हैं. बच्चों के बीच बैठकर बातचीत भी करने लगते हैं. जनरल नॉलेज बढ़ाने के लिए बच्चों को केबीसी जैसा जीके का खेल भी खिलवाने लगते है. इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि डीएम हो तो विकास मिश्रा जैसा.


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