Narmadapuram News: मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के इटारसी में मेहरागांव रोड पर स्थित एक गार्डन में रविवार को अखिल भारत हिंदू महासभा (All India Hindu Mahasabha) का सम्मेलन हुआ. इसमें महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेंद्र पांडेय (Devendra Pandey) ने कहा कि नाथूराम गोड़से (Nathuram Godse) के इतिहास को छुपाया गया है. मैं चैलेंज करता हूं कि जो लोग गोड़से को हत्यारा मानते हैं, वो प्रमाणिकता के आधार पर मुझसे बात करें.
हिंदू महासभा नेता ने क्या कहा
उन्होंने कहा कि गोड़से हिंदू महासभा के कर्मठ नेता थे. जिसने गांधी को पिता तुल्य माना, उन्हें सिर्फ एक लाइन में हत्यारा कह देने से वो हत्यारा नहीं हो जाते. पूरे विश्व में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं हुआ,जिसे सजा सुनाने के बाद जज ने अंतिम फैसला कहते हुए त्यागपत्र दे दिया हो और गोड़से के नाम पर उनकी जीवनी लिखी हो. निश्चित तौर पर गोड़से को इस राष्ट्र का आदर्श होना चाहिए.क्योंकि उनका मानना था कि राष्ट्र सर्वोपरि है. गोड़से ने इस बात को सिद्ध किया है. इसलिए गोड़से का नारा पहले भी लगाते थे,अब भी लगाते हैं और आगे भी लगाते रहेंगे.
हिंदू महासभा के महासचिव ने उन्हें राष्ट्रभक्त बताते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे हिंदू महासभा के कर्मठ नेता थे. उन्होंने कहा कि गोंड़से को तो इस देश में आदर्श होना चाहिए लेकिन उन्हें हत्यारा कहा जाता है. बता दें कि हिंदू महासभा ने धार में स्थित गौशाला को मुक्त कराने धर्म मर्यादा रक्षा यात्रा निकाल जाने वाली है. इसी यात्रा के सिलसिले में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस आयोजन में गोंड़से जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए.
धार भोजशाला की मुक्ती के लिए यात्रा
महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेंद्र पांडेय ने बताया कि महासभा ने राममंदिर की लड़ाई लड़ी. अब मप्र में धार जिले के अंदर भोजशाला, जो सरस्वती देवी का प्राचीन मंदिर है, उसे मुक्त कराने का संकल्प लिया गया है. भोजशाला की मुक्ति के लिए पूरे मप्र में अभियान चलाया जा रहा है. इसे पांच भागों में बांटा गया है. यात्रा आगरमालवा स्थित मां बंगलामुखी मंदिर,खंडवा के तुलजा भवानी मंदिर,सतना के मां शारदा देवी मैहर मंदिर,दतिया के मां पीताम्बरा देवी मंदिर और देवास के मां चामुंडा देवी मंदिर से प्रारंभ की जाएगी. ये सभी यात्राएं अलग-अलग जिलों से होते हुए धार भोजशाला पहुंचेगी.
अखिल भारत हिंदु महासभा के पदाधिकारियों ने इटारसी में विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन और स्वाभिमान सभा का आयोजन किया. इस सभा में 'वीर गोडसे जिंदाबाद' के नारे लगाए गए. इतना ही नहीं गोडसे को राष्ट्र के लिए आदर्श तक बताया गया.