Holi 2022: भांग के साथ मनाई जाती है मालवा की होली, सभी पर चढ़ता है महाकाल का 'रंग'
Ujjain News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मालवांचल में भांग के बिना भी होली की कल्पना नहीं की जा सकती है. होली को लेकर भांग की दुकानों पर काफी भीड़ उमड़ती है.
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Ujjain News: जिस प्रकार रंगों के बिना होली (Holi) अधूरी है उसी तरह मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मालवांचल (Malwanchal) में भांग (cannabis) के बिना भी होली की कल्पना नहीं की जा सकती है. होली को लेकर भांग की दुकानों पर काफी भीड़ उमड़ती है. मालवा में होली को लेकर भांग की मिठाई, सेव सहित कई व्यंजन भी बनाए जाते हैं.
होली के समय बिक्री में हो जाता है दोगुना इजाफा
भगवान महाकाल की नगरी में शिव जी की बूटी यानी भांग का विशेष महत्व है. सबसे खास बात यह है कि देश भर में उज्जैन सहित मालवांचल की भांग बेहद फेमस है. होली के पर्व पर भांग की बिक्री में 2 गुना तक इजाफा हो जाता है. इसके अलावा होली को लेकर भांग की दुकान पर मिठाईयां भी सज जाती है. यह मिठाई भांग को मिलाकर बनाई जाती है. भांग घोटा संचालक केतन माहेश्वरी बताते हैं कि यदि भांग को थोड़ी मात्रा में सेवन किया जाए तो वह औषधि के रूप में कारगर साबित होती है, जबकि अधिक मात्रा में भांग नशे के रूप में भी उपयोग की जाती है. होली पर्व पर भांग की बिक्री में काफी बढ़ोतरी होती है.
होली पर्व को लेकर भांग घंटे पर 15 दिन पूर्व से तैयारी की जाती है. यहां पर भांग की मिठाइयां भी बनाई जाती है. उज्जैन-रतलाम की सेव भी काफी मशहूर है, इसलिए भांग की सेव भी बनाई जाती है. भांग घोटा संचालक यह भी बताते हैं कि महंगाई के इस दौर में भांग की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है. कुछ साल पहले जो भांग की गोली ₹5 में मिलती थी उसकी कीमत अब ₹20 हो गई है.
रबड़ी, रस और भांग की शिकंजी
भांग के शौकीन इसका सेवन अलग-अलग वस्तुओं के साथ करते हैं. कोई दूध और ठंडाई के साथ इसका सेवन करता है, जबकि कोई रबड़ी और फलों के रस में मिलाकर भांग का सेवन करता है. भांग को शिकंजी मिलाकर भी पिया जाता है. यदि भांग के ग्लास की बात की जाए तो यह ₹25 से लेकर ₹200 तक का तैयार किया जाता है. मालवांचल भांग के जितने व्यंजन तैयार किए जाते हैं वे भी भांग प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
20 साल से दिल्ली से आता हूं भांग छानने
दिल्ली से उज्जैन पहुंचे शेखर ने बताया कि वह 20 साल से भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने और भांग छानने के लिए दिल्ली से उज्जैन आ रहे हैं. शेखर ही नहीं बल्कि देश के कोने कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने उज्जैन पहुंचते हैं. इस दौरान वे देव दर्शन के साथ शिव जी की बूटी भी ग्रहण करते हैं भांग के सेवन को भांग प्रेमी भांग छानना कह कर संबोधित करते हैं.
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