Bhopal News: मध्य प्रदेश में इन दिनों पटवारी चयन परीक्षा को लेकर जमकर सियासत चल रही है. प्रदेश में अगले कुछ महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस (Congress) पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाकर इसे व्यापम घोटाला-3 बता रही है. वहीं मध्य प्रदेश सरकार ने कांग्रेस के सभी आरोपों को भ्रामक और तथ्यहीन बताया है. कांग्रेस नेता अरुण यादव (Arun Yadav) ने पटवारी चयन परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए कई सवाल खड़े किए थे. प्रदेश के गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने उनके सभी आरोपों का खंडन किया है. 


कांग्रेस के आरोपों पर नरोत्तम मिश्र का जवाब


डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के सवालों का खंडन करते हुए कहा कि कमलनाथ जी, दिग्विजय जी और अरुण यादव जी सवाल इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के अशोक नगर का कांग्रेस प्रवक्ता परीक्षा में फेल हो गया. इसलिए तथ्यहीन को तर्क बनाकर पटवारी चयन परीक्षा में सवाल खड़े किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अपने शासनकाल में पर्ची पर नौकरी देने वाली कांग्रेस आज विश्व की आधुनिकतम चयन परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सीरीज में झूठ बोल कर युवाओं का हौसला तोड़ रही है. 






गृहमंत्री ने कहा ने कहा कि कांग्रेस का झूठ नंबर एक यह है कि एक ही सेंटर से सभी 7 टॉपर्स पास हुए हैं. लेकिन सच यह है कि इन टॉपर्स ने अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा दी है, किसी ने भी एक साथ एक ही शिफ्ट में परीक्षा नहीं दी. एक-एक सवाल और एक-एक जवाब का क्लिक रिकॉर्ड में होती है. उसका रिकॉर्ड हमारे पास उपलब्ध है, लेकिन कांग्रेस लिखित में क्यों नहीं मांग रही है. उन्होंने कहा कि अगर लिखित में जवाब मांगेगी तो उनका झूठ सामने आ जाएगा. कांग्रेस द्वारा परीक्षार्थियों के हिन्दी में सवाल उठाने के आरोप पर गृहमंत्री डॉक्टर मिश्रा ने कहा यह कितना शर्मनाक है कि इस देश में हिंदी में हस्ताक्षर करने पर कांग्रेस सवाल उठा रही है. मध्य प्रदेश में मेडीकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में होने लगी है अगर यहां हिन्दी में हस्ताक्षर नहीं होंगे तो क्या इटालियन में होंगे ?


क्या कांग्रेस हिंदी का अपमान कर रही है


कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि हिंदी में हस्ताक्षर करने वालों के 25 में से 25 नंबर आए हैं. इस आरोप को झूठ बताते हुए गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने मार्कशीट देखे बिना ही आरोप लगाया है. किसी के भी 25 में से 25 नंबर अंग्रेजी में नहीं आए हैं. वहीं परीक्षा कराने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्टेड बताने के सवाल पर डॉक्टर मिश्रा ने कहा कि परीक्षा में कोई गड़बड़ नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि देश की सबसे प्रतिष्ठित कंपनी ने परीक्षा कराई है, जिसने आईआईटी और नीट का एग्जाम कराया है.  


गृहमंत्री ने एक ही सेंटर से एक हजार लोग पास होने के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि ग्वालियर के सेंटर से 114 लोग पास हुए हैं. प्रदेश के 31 सेंटर और ऐसे हैं जहां इससे ज्यादा लोग पास हुए हैं. लेकिन कांग्रेस सिर्फ ग्वालियर पर सवाल उठा रही है जबकि वहां से सिर्फ पांच प्रतिशत परीक्षार्थी ही पास हुए हैं, जबकि भोपाल में 42 प्रतिशत पास हुए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ग्वालियर के नौजवानों के हितों पर कुठाराघात कर रही है, पता नही ग्वालियर से कांग्रेस को क्या दुशमनी है. 


कमलनाथ ने अपने कार्यकाल में कितनी नौकरी दी 
गृहमंत्री ने कहा कि कमलनाथ जी ने अपने कार्यकाल में एक भी नौकरी नहीं दी. कांग्रेस को इस बात पर पत्रकार वार्ता करनी चाहिए कि उनके कार्यकाल में कितनी नौकरी दी गई. कांग्रेस को तकलीफ इस बात से है कि शिवराज जी ने एक लाख नौकरी दे रहें हैं और आप एक नहीं दे पाए.  


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