MP News: मध्य प्रदेश के इस कुंड में भीषण सर्दी के बाद भी निकलता है गर्म पानी, नहाने से दूर होते हैं कई रोग
Pipariya: इस स्थान को लेकर लोगों की मानें तो कुंड के गर्म पानी से नहाने से चर्म रोग ठीक हो जाता है. इसलिए जब ठंड में तापमान पांच डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है, तब भी लोग यहां नहाने के लिए आते हैं.
Pipariya News: मध्य प्रदेश के पिपरिया से पचमढ़ी के बीच शहर से लगभग 17 किलोमीटर दूर स्थित सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में अनहोनी प्राकृतिक गर्म पानी के कुंड है.सतपुड़ा की सुरम्य वादियों में पचमढ़ी और पिपरिया के बीच कई पर्यटन स्थल हैं. जिसमें अनहोनी एक प्राकृतिक गंधक युक्त कुंड है. जिसका धार्मिक एवं प्राकृतिक महत्व है. अनहोनी प्राकृतिक स्थल पर सल्फर के प्रचुर मात्रा में भंडार है. जिससे यहां आने वाले लोगों को चर्म रोगों से मुक्ति मिलती है. ठंड के मौसम में बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने आते हैं.
नहीं है ठहरने की कोई व्यवस्था
आपको बता दें कि यहां ठंड के मौसम के समय में पानी में भी पानी गर्म रहता है. पचमढ़ी से पिपरिया मार्ग पर पड़ने वाले पर्यटन स्थलों में अनहोनी डॉकरीखेड़ा जलाशय देनवा किनारे स्थित मोटी रेत एवं सतधारा प्रमुख पर्यटन स्थल हैं, लेकिन पर्यटन और वन विभाग की उदासीनता के चलते देश विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या 5 से 10 प्रतिशत तक सिमित रह गई है. अनहोनी में पर्यटकों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है. पिपरिया से डॉकरीखेड़ा होते हुए डापका मोड़ तक पक्की सड़क जाती है. जो लगभग पिपरिया से 12 किलोमीटर है. उसके बाद लगभग 5 किलोमीटर कच्चा रास्ता है. जिससे अनहोनी पहुँचा जाता है, लेकिन अनहोनी में पर्यटकों के ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं हैं. जिससे पर्यटक पिपरिया में निवास कर आसपास के पर्यटन स्थलों को धूम सकते हैं.
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सल्फर के कारण निकलता है गर्म पानी
लोग पिकनिक मनाने इस दर्शनीय स्थल पर आते हैं, लेकिन आने वाले पर्यटकों की संख्या स्थानीय स्तर पर अधिक है. पचमढ़ी जाने वाले पर्यटक कम ही यहां आ पाते हैं. प्राकृतिक रूप से निकल रहे गर्म पानी के नल पर सतपुडा टाइगर रिजर्व के अधिकारी ने बताया कि ये डोकरीखेड़ा के पास छोटी अनहोनी में ये स्थान है जो कि शुद्ध रूप से विज्ञान पर आधारित है. जिस स्थान पर ये गर्म पानी का नल है, वहां पर जमीन के अंदर अत्यधिक मात्रा में गंधक (सल्फर) होने के कारण नल से गर्म पानी निकलता रहता है. और इसमें आग भी लग जाती है.
विदेशी प्रर्यटक भी करते हैं दिदार
ग्राम अनहोनी निवासी जसमन ठाकुर ने बताया कि वह ग्राम अनहोनी में कई पीढ़ियों से निवास कर रहे हैं. यहां अनहोनी में बड़ादेव का सिद्ध स्थान है. जहां साल में दो बार मेला लगता है. जिसमें मकर संक्रांति एवं कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों की संख्या में स्थानीय स्तर लोग स्नान करने आते हैं. इस कुंड में नहाने से हाथ पैर में दर्द एवं चर्म रोगों से मुक्ति मिलती है. जसमन ने बताया कि बाहरी पर्यटक के अलावा विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं, लेकिन उनकी संख्या कम है. हाल ही में वन विभाग द्वारा अनहोनी क्षेत्र में पर्यटकों के प्रवेश को लेकर शुल्क लगाया था. लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के चलते प्रवेश शुल्क हटाना पड़ गया.
प्रर्यटक में सबसे अधिक यूवा
डॉकरीखेड़ा डैम घूमने भी लोग सुबह शाम अपने परिवार के साथ आते हैं. यहां आने वालों में युवाओं की संख्या अधिक है. पिपरिया निवासी सौरभ चौधरी ने बताया कि युवा अपने दोस्तों के साथ अक्सर डैम घूमने आते हैं. लेकिन यहां पर कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है, अगर पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन पर्यटकों को सुविधाएं उपलब्ध कराता है तो यह क्षेत्र पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता है. जिससे यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.
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