IIM और IIT इंदौर की साझेदारी, डाटा साइंस एंड मैनेजमेंट में शुरू किया अपनी तरह का पहला ऑनलाइन कोर्स, जानें डिटेल
अगर आप डाटा साइंस एंड मैनेजमेंट में मास्टर कोर्स करने की चाहत रखते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. IIM और IIT इंदौर ने दो वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए साझेदारी की है. 41 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
![IIM और IIT इंदौर की साझेदारी, डाटा साइंस एंड मैनेजमेंट में शुरू किया अपनी तरह का पहला ऑनलाइन कोर्स, जानें डिटेल IIM and IIT Indore came together to launch online masters course IIM और IIT इंदौर की साझेदारी, डाटा साइंस एंड मैनेजमेंट में शुरू किया अपनी तरह का पहला ऑनलाइन कोर्स, जानें डिटेल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/12/21/2a1b46749f3119ac19e0867c8b9a8d2c_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
डाटा साइंस एंड मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री की पढ़ाई करनेवाले छात्रों के लिए खुशखबरी है. भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) इंदौर और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) इंदौर ने दो वर्षीय ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए के लिए साझेदारी की है. डाटा साइंस एंड मैनेजमेंट (Data Science and Management) में दो वर्षीय ऑनलाइन मास्टर ऑफ साइंस (Master of Scinece) प्रोग्राम अपनी तरह का पहला कोर्स है. दोनों नामी गिरामी संस्थानों ने संयुक्त प्रेस रिलीज कर जानकारी दी है. डाटा वैज्ञानिक और विश्लेषकों की बढ़ती मांग को देखते हुए पाठ्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया गया है.
IIM इंदौर और IIT इंदौर की साझा पहल
संयुक्त प्रेस रिलीज के मुताबिक, डाटा साइंस एंड मैनेजमेंट में दो वर्षीय मास्टर ऑफ साइंस ऑनलाइन (Online) पाठ्यक्रम है. इस दौरान छात्रों को 15 घंटे लाइव सेशन पढ़ाया जाएगा और कुल पाठ्यक्रम 900 घंटों का होगा. पहले बैच के लिए देश भर से 41 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर के डायरेक्टर प्रोफेसर हिमांशु राय ने बताया कि दुनिया अस्थिरता का सामना कर रही है और अस्थिरता पर दृष्टिकोण से ही काबू पाया जा सकता है. पाठ्यक्रम को दोनों संस्थानों के अनुभवी फैकल्टी सदस्यों ने मिलकर तैयार किया है.
डाटा साइंस एंड मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री
पाठ्यक्रम का मकसद छात्रों को उन क्षेत्रों की पहचान कराना है जहां डाटा साइंस अल्गोरिदम डेवलपर्स और डेटा विश्लेषकों की मदद कर सकता है और कारोबार को प्रभावित करने में योगदान दे सकता है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान इंदौर के डायरेक्टर प्रोफेसर सुहास जोशी ने कहा, "उद्योग को कुशल कर्मचारियों की जरूरत है. दोनों संस्थानों की सहभागिता से शुरू किया जानेवाला पाठ्यक्रम कारोबारी ज्ञान और तकनीकी कौशल पर जोर देता है."
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)