Jabalpur: जबलपुर (Jabalpur) में 280 करोड़ रुपये कीमत का तालाब भूमाफिया (Land Mafia) के चंगुल से मुक्त कराया गया है. करीब 40 एकड़ में फैले इस तालाब में अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही थी. प्रशासन ने इस मामले में दो लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है. अधिकारियों को इसको लेकर शिकायतें मिली थीं. उनकी जांच के दौरान ही अवैध कब्जे का मामला सामने आया था.
अधिकारियों का क्या कहना है
एसडीएम आधारताल नमः शिवाय अरजरिया के अनुसार माढ़ोताल तालाब की इस भूमि में से 10 एकड़ भूमि जबलपुर विकास प्राधिकरण के नाम पर दर्ज है. तालाब मद की शेष 30 एकड़ निजी भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा अवैध कब्जा कर यहां प्लाटिंग की जा रही थी. उन्होंने बताया कि अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) से लगी तालाब की इस पूरी जमीन का बाजार मूल्य लगभग 280 करोड़ रुपये है.
जबलपुर जिला प्रशासन द्वारा माफिया के विरुद्ध आज एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए माढ़ोताल में तालाब की भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा किये गए अवैध कब्जों को जेसीबी मशीनों से ध्वस्त कर दिया गया. प्रशासन, पुलिस और नगर निगम द्वारा सयुंक्त रूप से की गई इस कार्रवाई में माढ़ोताल तालाब की करीब 40 एकड़ भूमि पर किए गए अवैध कब्जों को हटाया गया है.
फर्जी मुख्तारनामा पर बेची थी जमीन
एसडीएम अरजरिया के अनुसार माढ़ोताल तालाब की भूमि पर माफियाओं द्वारा इलाहाबाद निवासी पुरुषोत्तम टण्डन का फर्जी मुख्तयार नामा लेकर प्लाटिंग की जा रही थी. यहां सड़क-नाली का निर्माण भी किया जा रहा था, जबकि तालाब की भूमि का किसी भी स्थिति में मद परिवर्तन नहीं किया जा सकता है. हाल ही में भू-माफियाओं ने तालाब की इस भूमि की प्लाटिंग कर प्लाट बेचे जाने की शिकायतें भी मिली थीं. इन शिकायतों की जांच के बाद मकसूद और राजेंद्र तिवारी के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. राजेन्द्र तिवारी अभी जेल में है. अरजरिया ने बताया कि कार्रवाई के दौरान तालाब की भूमि पर कब्जा कर बनाए गए बारातघर की बाउंड्रीवाल को भी ध्वस्त कर दिया गया.
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