Bio CNG: देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब ना सिर्फ देश के लिए बल्कि पूरे एशिया के लिए एक उदाहरण पेश करने जा रहा है. दरअसल, सब कुछ ठीक रहा तो इंदौर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण से एकत्रित किए जाने वाले गीले कचरे से अब हर रोज बायो सीएनजी बनाई जाएगी. बताया जा रहा है कि गीले कूड़े से बायो सीएनजी गैस बनाने का प्रोजेक्ट देश का पहला प्रोजेक्ट है. इंडो एंड वायरो साल्यूशन लिमिटेड कंपनी द्वारा इंदौर क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट के तहत हर रोज शहर के घरों से निकलने वाला 550 टन गीला कचरे से करीब 18 हजार किलो बायो सीएनजी बनाई जाएगी.


150 करोड़ की लागत वाले इस प्रोजेक्ट में कोविड के चलते 2 माह की देरी हो गई. यही वजह है कि यूके, डेनमार्क और यूरोप से आने वाली मशीनें देरी से आई है. फिलहाल, प्रोजेक्ट पर काम जारी है. निगमायुक्त प्रतिभा पाल के मुताबिक, इस अनूठे प्रोजेक्ट में निगम की कोई लागत नही लगी है. बल्कि निगम को हर वर्ष करीब डेढ़ सो करोड़ रुपये की प्रीमियम मिलेगी. उन्होंने बताया कि हर रोज उत्पन्न की जाने वाली 18 हजार किलो बायो सीएनजी में से आधी निगम की सीएनजी यात्री बसों में काम आएगी तो आधी कंपनी से अनुबंध के आधार पर खुले मार्केट में बेची जाएगी.



बायो सीएनजी के प्रोजेक्ट हेड ने दी ये जानकारी 


बायो सीएनजी के प्रोजेक्ट हेड नितेश त्रिपाठी ने बताया कि 150 करोड़ की लागत वाले इस प्रोजेक्ट में कंपनी नगर निगम को मार्केट रेट से 5 रुपये कम की दर पर बायो सीएनजी उपलब्ध करवाएगी. फिलहाल, इंदौर एक बार फिर कुछ नया करने जा रहा है, जो ना सिर्फ देश बल्कि समूचे एशिया महाद्वीप के लिए एक उदाहरण बन जायेगा.




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