Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश में 50 से अधिक जिले हैं लेकिन वर्ष 2005 से सीहोर जिला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. दरअसल यह जिला प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान भारत सरकार के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला है. यह जिला पूरे प्रदेश में हाई प्रोफाइल जिला माना जाता है.
खास बात यह है कि सीहोर जिला आईएएस और आईपीएस अफसरों के लिए भी काफी फलदायी है. दरअसल सीहोर जिले की कमान संभालने वाले आईएएस-आईपीएस व अन्य अफसरों को हमेशा ऊंचा ओहदा ही मिला है.
आईएएस राघवेंद्र सिंह
बात करें वर्ष 2005 की तो शिवराज सिंह चौहान ने बतौर मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया था. सीएम का पद संभालने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में वर्ष 2006 में सीहोर जिले की कमान कलेक्टर राघवेंद्र सिंह को दी थी. करीब 2 साल यानि 2008 तक राघवेंद्र सिंह सीहोर में कलेक्टर रहे.
इसके बाद वह कई अहम जिले व अहम पदों पर रहे. वर्तमान में आईएएस अफसर राघवेंद्र सिंह सीएम डॉ. मोहन यादव की टीम का जरूरी हिस्सा हैं.
आईएएस सुदाम खड़े
अब बात आईएएस अफसर सुदाम खाड़े की ही करे तो वह तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में सीहोर जिले के कलेक्टर रहे. करीब 9 साल पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीहोर जिले का दौरा हुआ. उस समय सीहोर के कलेक्टर सुदाम खाड़े ही रहे. आईएएस अफसर श्री खाड़े की सूझ-बूझ व नेतृत्व क्षमता के बल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा सफल हुआ. आयोजित किसान सम्मेलन में 5 लाख से ज्यादा किसान शामिल हुए. सीहोर से जाने के बाद श्री खाड़े लगातार ऊंचे पदों पर आसीन रहे.
वर्तमान में वह प्रदेश के जनसंपर्क आयुक्त होने के साथ ही प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव की टीम का अहम हिस्सा हैं. वर्तमान में सीएम डॉ. यादव के यूके और जर्मनी के दौरे पर आईएएस अफसर राघवेंद्र सिंह और सुदाम खाड़े उन्हीं के साथ हैं.
सिहोर जिले में तैनात होना फलदायी है
अब बात पुलिस महकमे की करें तो पुलिस महकमे में भी सीहोर जिले की कमान संभालने वाले अफसरों को प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी ही मिली है. विगत दो साल पहले तक सीहोर जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रहे समीर यादव वर्तमान में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सुरक्षा व्यवस्था का नेतृत्व कर रहे हैं. जबकि अब से 10 साल पहले सीहोर में एसडीओपी रहे विनय प्रकाश पॉल भी तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा व्यवस्था की मुख्य जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
कुल मिलाकर प्रशासनिक महकमे में यह चर्चा आम है कि सीहोर जिले की धरती यहां तैनात रहने वाले अफसरों के लिए काफी शुभ फलदायी है.
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