MP News: मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में अब तक सिर्फ 10 फीसदी लोगों को मिला लोन, खराब सिबिल बन रहा वजह
योजना के तहत उद्योग लगाने हेतु 1 से 50 लाख रुपये का लोन दिया जाता है. लोन के लिए आवेदक की आयु 18 से 40 साल होनी चाहिए. शैक्षणिक योग्यता 12वीं उत्तीर्ण और परिवार की वार्षिक आय 12 लाख से कम होनी चाहिए.
Bhopal News: शिवराज सरकार की महत्वाकांक्षी "मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना" (Chief Minister Udyam Kranti Yojana) को बैंक जमकर पलीता लगा रहे हैं. योजना के तहत सालाना लक्ष्य का अब तक केवल 10 फीसदी लोन ही पास हुआ है. खराब सिबिल का बहाना बताकर बैंक आवेदकों को लोन देने में लगातार आनाकानी करते हैं.
मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) जिले में 700 से कम सिबिल (CIBIL) स्कोर वाले युवाओं को बैंक लोन नहीं दे रहे हैं. यही वजह है कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में आवेदन करने वाले युवाओं में से 90 फीसदी के आवेदन बैंक खारिज कर दे रहे हैं. यहां बताते चलें कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के तहत उद्योग लगाने के लिए 1 से 50 लाख रुपए तक का लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है. जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र से भेजे गए आवेदनों में से बैंक ने ज्यादातर आवेदनों को रिजेक्ट कर दिया है. बैंक केवल 700 से ऊपर सिविल वाले आवेदकों को लोन देने में रुझान दिखा रहे हैं. इससे कम सिविल वाले युवा स्वरोजगार योजना के लिए लोन पाने में सफल नहीं हो रहे हैं.
सिबिल खराब तो लोन नहीं
बैंक युवाओं को लोन न देने की जो वजह बताता है, उसमें ज्यादातर युवाओं का सिबिल स्कोर खराब होना बताया गया है. सिबिल यानि साख खराब होने की वजह पूर्व में बैंक से लिए गए लोन को समय से न चुकाना है. यही कारण बताकर बैंक युवाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण नहीं दे रहे हैं.
पहले 600 सिबिल पर मिल रहा था लोन
बेरोजगार युवक बताते हैं कि पहले बैंक 600 सिबिल वाले आवेदनों में भी लोन देते रहे हैं. मगर अब उन्होंने इसका दायरा बढ़ाकर 700 कर दिया है. सिविल खराब होने का कारण बताया जा रहा है कि युवा बैंक फाइनेंस या मोबाइल एप से विभिन्न छोटे-छोटे कर्ज लेते हैं, जिन्हें वे समय पर नहीं चुका पाते हैं. इतने में ही उनकी साख बैंक में खराब हो जाती है. हैरत की बात तो यह है कि जिन युवाओं ने कभी लोन नहीं लिया है उनकी सिबिल भी 700 से ऊपर नहीं होती.
जिला उद्योग केन्द्र, जबलपुर के प्रबंधक विनीत रजक का कहना है कि वर्तमान में बैंक 700 सिबिल वाले आवेदनों पर ही कर्ज दे रहे हैं. युवाओं द्वारा दिए गए आवेदनों में से 90 फीसदी की सिबिल खराब होने के चलते आवेदन निरस्त हो रहे हैं.
जिला उद्योग केंद्र से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक जिले में इस साल उद्यम क्रांति योजना के तहत 4230 आवेदकों को लोन देने का लक्ष्य रखा गया है. अभी तक 1064 आवेदन बैंकों तक भेजे गए, जिसमें से सिर्फ 419 आवेदन हुए स्वीकृत हुए.
क्या है मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, कैसे और कब मिलता है लोन...
योजना के तहत उद्योग लगाने हेतु 1 से 50 लाख रुपये का लोन दिया जाता है. सेवा एवं खुदरा व्यापार हेतु 1 से 25 लाख रुपए दिए जाते हैं. लोन पाने के लिए आवेदक की आयु 18 से 40 साल होनी चाहिए. शैक्षणिक योग्यता 12वीं उत्तीर्ण. परिवार की वार्षिक आय 12 लाख से कम होनी चाहिए.
क्या होता है सिबिल स्कोर
CIBIL स्कोर आपके क्रेडिट-इतिहास का तीन अंकों की सांख्यिक सारांश है. स्कोर को CIBIL रिपोर्ट (इसे CIR यानी क्रेडिट इन्फ़ॉर्मेशन रिपोर्ट भी कहा जाता है) में मिलने वाले क्रेडिट इतिहास का इस्तेमाल करके निकाला जाता है. CIR, किसी ख़ास समयावधि में ऋण के प्रकार और क्रेडिट संस्थानों में आपके क्रेडिट भुगतान का इतिहास है. CIR में आपकी बचत, निवेश और फ़िक्स्ड डिपॉज़िट शामिल नहीं होते हैं.
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