Sehore Crime News: सीहोर जिले के दोराहा थाना प्रभारी पर एक ग्रामीण ने झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया है. मामले में उन्होंने पुलिस सीहोर के पुलिस अधीक्षक और मानवाधिकार आयोग में लिखित शिकायत दी है. शिकायत करते हुए दोराहा गांव के निवासी आनंद कश्यप का आरोप है कि दोराहा थाना प्रभारी केजी शुक्ला ने उन पर झूठा 151  का मामला दर्ज कर रात भर लॉकप में बंद कर दिया. फिर सुबह अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के यहां से उसे शशर्त जमानत पर छोड़ा गया.


आनंद कश्यप का आरोप है कि 18 मार्च को दोराहा बस स्टैंड पर उसके दो दोस्तों के बीच विवाद हो रहा था. वह दोनों दोस्तों को समझाने वहां पहुंचा और उन्हें समझा रहा था. इसी दौरान थाना प्रभारी केजी शुक्ला वहां पहुंचे और उसे जीप में बैठाकर थाने ले गए. आनंद को जबरन थाने में बैठाकर रखा गया और उसके साथ अमर्यादित भाषा में बात की गई.


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मुझपर झूठा केस बनाकर रातभर थाने में रखा- आनंद कश्यप
आनंद कश्यप ने आगे कहा, थाना प्रभारी ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए मुझपर जबरजस्ती झूठा केस बनाकर रात भर थाने में बंद रखा. फरियादी ने इस पूरे मामले में न्याय की मांग की है. गौरतलब है कि दोराहा थाने में एसआई केजी शुक्ला लंबे समय से पदस्थ है. पूर्व में उन पर झूठे केस में फसाने के गंभीर आरोप लग चुके हैं. एक व्यक्ति ने उनके खिलाफ शिकायती आवेदन के माध्यम से आरोप लगाया था. थाना प्रभारी ने उसे  गांजा रखने के झूठे आरोप में फंसाया था.


थाना प्रभारी दोराहा केजी शुक्ला ने कहा.. 
पुलिस को सूचना मिली थी कि बस स्टैंड पर कुछ लोग उपद्रव कर रहे हैं. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो आनंद कश्यप कुछ लोगों के साथ वहां मौजूद था और हंगामा कर रहा था. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हम उसको थाने ले आये. ग्रामीण और उसके परिजनों के कहने पर दोपहर को उसे छोड़ दिया था. लेकिन वह शाम को फिर बस स्टैंड पर माहौल खराब कर रहा था. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उसपर यह कार्रवाई की गई.


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