Independence Day 2024: राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस में अब महज एक दिन ही शेष रह गया है. 15 अगस्त को राजधानी भोपाल में भी स्वतंत्रता दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया जाएगा. हालांकि इससे पहले ही पर्व को लेकर भोपाल में उत्साह देखा जा रहा है. इस वर्ष भी लाल परेड मैदान पर स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह आयोजित किया जाएगा. बता दें कि भोपाल का लाल परेड मैदान नए और पुराने शहर की लक्ष्मण रेखा माना जाता है.


भोपाल के लाल परेड मैदान पर मध्य प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ला का प्रथम उद्बोधन हुआ था. इसके बाद प्रदेश के पहले राज्यपाल डॉ. पट्टा ने भी इसी ग्राउंड पर परेड की सलामी ली थी. वर्ष 1957 से इसी लाल परेड मैदान पर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष भी आयोजन को लेकर मैदान पर जमकर तैयारियां की जा रही हैं.


डेढ़ सौ साल पुराना है इतिहास
भोपाल के लाल परेड मैदान का इतिहास डेढ़ सौ साल पुराना बताया जाता है. रियासत कालीन पलटनों की परेड के लिए तैयार किए गए इस ग्राउंड से नवाब जहांगीर मोहम्मद खान का रिश्ता जुड़ा हुआ है. उन्होंने ही भोपाल का जहांगीराबाद बसाया था. जहांगीर मोहम्मद खान ने वर्ष 1837 से 1844 के बीच लाल परेड ग्राउंड का निर्माण कराया था. इतिहासकार बताते हैं कि जहांगीर मोहम्मद ने भोपाल में लाल परेड ग्राउंड और डीआईजी बंगले पर काली परेड ग्राउंड बनाया था. इसके बाद अफगान लड़ाकू बुलवाए गए थे. लाल परेड ग्राउंड में लड़ाकू को लाल ड्रेस और काले परेड ग्राउंड में लड़ाकू को काली ड्रेस पहनाई जाती थी.


पं. नेहरू ने यही दिया था भाषण
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जब भोपाल आए थे, उनका संबोधन सुनने के लिए हजारों की तादाद में लोग लाल परेड ग्राउंड पहुंचे थे. वर्ष 1952 में यही लोगों ने पंडित जवाहरलाल नेहरू को सुना था.


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