MP Politics: मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने शनिवार को कहा कि अक्टूबर में भोपाल में विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ की प्रस्तावित रैली रद्द कर दी गई है. इसी बीच, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया कि यह कदम द्रमुक नेताओं द्वारा सनातन धर्म के खिलाफ की गई टिप्पणी पर 'जनता के गुस्से' के कारण उठाया गया है. इस सप्ताह की शुरुआत में विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ ने कहा था कि वह भोपाल में एक रैली आयोजित करेगा. इस गठबंधन में कांग्रेस और 25 से अधिक अन्य पार्टियां शामिल हैं.


रैली के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, 'ऐसा नहीं होने जा रहा है. इसे रद्द कर दिया गया है.' एक सवाल के जवाब में, पार्टी के मध्यप्रदेश मामलों के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी कहा कि पार्टी प्रमुख ने भोपाल में ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन रैली के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है. सुरजेवाला ने कहा, 'फैसला लेने के बाद हम इसकी पुष्टि करेंगे.' इस सप्ताह की शुरुआत में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार के आवास पर बैठक के बाद, विपक्षी गठबंधन ने अक्टूबर के पहले सप्ताह में भोपाल में अपनी पहली संयुक्त रैली आयोजित करने का फैसला किया था.


MP Weather: बारिश और बाढ़ के हालात को देखते हुए सीएम शिवराज अलर्ट, अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, दिये निर्देश


शीएम शिवराज ने किया बड़ा दावा
पवार के आवास पर बैठक के बाद, कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा था कि रैली भाजपा सरकार के तहत बढ़ती कीमतों, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर केंद्रित होगी. ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन रैली को रद्द करने के बारे में कमलनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इसे सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणियों पर 'जनता के गुस्से' से जोड़ा. उन्होंने कहा, 'यह जनता का गुस्सा है. आप सनातन धर्म को डेंगू और मलेरिया कहेंगे. मध्य प्रदेश के लोग सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.' '.


चौहान ने दावा किया, ''(सनातन धर्म विरोधी टिप्पणियों को लेकर) मध्य प्रदेश के लोगों में गुस्सा और दुख है. उन्हें (विपक्ष को) डर था कि लोग अपना गुस्सा जाहिर कर सकते हैं और इसलिए उन्होंने विपक्षी गठबंधन की रैली रद्द कर दी.'' हाल ही में, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के नेता उदयनिधि स्टालिन और ए राजा ने दावा किया था कि सनातन धर्म ने समाज में विभाजन पैदा किया है और इसे डेंगू, मलेरिया और कोरोना वायरस जैसी बीमारियों की तरह खत्म किया जाना चाहिए.