India vs Bharat Renaming Row: देश के नाम को लेकर अलग अलग राज्यों में मचा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहे है. विपक्ष इस मामले को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है. उधर सत्ता पक्ष के नेता भी इस पर अपनी राय रख रहे हैं. वहीं देश का नाम बदलने को लेकर तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बयान भी सामने आया है. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा है.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, भारत तो भारत है पहले भी था है और भारत ही रहेगा. उन्होंने सीधे तौर पर विपक्ष के अलायंस पर भी निशाना साधा.
दरअसल इंडिया और भारत विवाद की शुरुआत राष्ट्रपति भवन की ओर से भेजे गए जी-20 डिनर से हुई और अब यह बढ़ता ही जा रहा है. निमंत्रण पत्र में प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसीडेंट ऑफ भारत लिखा गया था, जिसे लेकर विपक्ष हमलावर हो गया और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इंडिया नाम को बदलना चाहती है. वहीं, केंद्र सरकार ने इन आरोपों को कोरी अफवाह करार दिया है.
उधर, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इंडोनेशिया यात्रा के संबंध में आधिकारिक जानकारी साझा की जिसमें उन्हें 'प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत' लिखा गया है. मोदी 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बुधवार रात इंडोनेशिया के लिए रवाना होंगे. मोदी को 'प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत' संबोधित किये जाने से पहले आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा जी20 रात्रिभोज के लिए प्रेषित निमंत्रण पत्र में उन्हें 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' संदर्भित किये जाने के मुद्दे पर विवाद पैदा हुआ.
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