रेलवे और कांग्रेस में छिड़ी बहस! सोशल मीडिया पर शेयर की गईं टिकट की तस्वीरें, जानें क्या है मामला
Indian Railways Reply to Congress: कांग्रेस ने यह दावा किया था कि अब प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 50 रुपये कर दी गई है, जिस पर रतलाम मंडल DRM की ओर से टिकट की फोटो शेयर कर जवाब दिया गया.
Indian Railways and Congress Row: कांग्रेस और भारतीय रेलवे में एक्स पर वार-पलटवार देखने को मिला, जहां पहले कांग्रेस ने एक पोस्ट किया और पीएम मोदी पर रेलवे को बर्बाद करने का आरोप लगाया. वहीं, दूसरी ओर इसके जवाब में रेलवे ने भी एक पोस्ट किया और कांग्रेस के आरोपों का जवाब दिया.
कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल से 16 जून की शाम 7.00 बजे 21 सेकंड का एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें लिखा गया, "नरेंद्र मोदी ने रेलवे के लिए बहुत काम किया. प्लेटफार्म टिकट महंगा कर दिया. ट्रेन के अंदर खाने-पीने का सामान महंगा कर दिया. भीड़ में सफर करने को मजबूर कर दिया. सीनियर सिटीजन की रियायत को खत्म कर दी. पीएम मोदी ने वो कर दिया जो कोई न करता. रेल को तबाह कर दिया बर्बाद कर दिया."
इंदौर रेलवे स्टेशन का दिखाया प्लेटफॉर्म टिकट
इस वीडियो में इंदौर रेलवे स्टेशन का एक प्लेटफार्म टिकट भी दिखाया गया. कांग्रेस ने इस वीडियो में कहा कि मोदी ने रेल को बर्बाद कर दिया. प्लेटफार्म टिकट महंगा कर दिया. इस टिकट पर दाम 50 रुपये पड़े थे. वहीं, इस पोस्ट पर रेलवे के रतलाम मंडल ने एक रिप्लाई किया और साथ में एक प्लेटफार्म टिकट की फोटो चिपकाई जिस पर टिकट का दाम 10 रुपये पड़ा था. इस पर रतलाम डीआरएम ने कांग्रेस के पोस्ट का रिप्लाई करते हुए लिखा, "देश में कहीं भी प्लेटफार्म टिकट 50 रुपये का नहीं है. इंदौर में आज 16.06.24 का प्लेटफार्म टिकट."
देश में कहीं भी प्लैटफॉर्म टिकट रुपए 50 का नहीं है।
— DRM Ratlam (@RatlamDRM) June 16, 2024
इंदौर का आज का प्लैटफॉर्म टिकट : https://t.co/g17tDVR2v7 pic.twitter.com/nz35Vvrkgk
कांग्रेस ने मांगा रेल मंत्री का इस्तीफा
पश्चिम बंगाल में सोमवार 17 जून की सुबह सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस न्यू जलपाईगुड़ी के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई. इस हादसे में कम से कम 15 लोगों की मौत की खबर है, जबकि 60 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. दुर्घटना के समय कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदह जा रही थी.
बताया जा रहा है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर इसलिए हुई क्योंकि मालगाड़ी के लोको पायलट ने सिग्नल जंप किया और खड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस से टकरा गई. इस हादसे ने एक बार फिर ये सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिरी एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनें कैसे आईं. रेलवे अधिकारी अपने पास नई टेक्नोलॉजी और एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों की आवाजाही रोकने के लिए तमाम इंतजाम के दावे करते हैं, लेकिन इस हादसे ने इन दावों की हवा निकाल दी है.
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