Indore News: इंदौर (Indore) के एमटीएच (MTH Hospital) अस्पताल में गुरूवार सुबह 15 नवजात शिशुओं की मौत की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई. मामले में जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर जांच करवाई तो एक बड़ा खुलासा हुआ. दरअसल, एमटीएच अस्पताल में 15 बच्चों की मौत जैसे ही इंदौर में सोशल मीडिया पर चली तो पूरे शहर में हडकम्प मच गया. जिला प्रशासन ने अब इस खबर का खंडन किया है. प्रशासन ने कहा है कि 15 बच्चों की मौत की बात गलत है, ऐसा कुछ नहीं हुआ है.
प्रशासन की ओर से इस मामले कि जांच की गई तो दो बच्चों की मौत की बात सामने आई. इसके बाद प्रशासन ने 15 बच्चों की मौत की खबर का खंडन किया. वहीं अस्पताल प्रबंधन ने भी दो बच्चों की मौत के मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही से इंकार किया है. गुरुवार सुबह एमटीएच अस्पताल में भर्ती बच्चों के परिजनों ने हंगामा कर दिया. परिजनों का आरोप था कि अस्पताल में खराब दूध दिए जाने की वजह से करीब 15 बच्चों की मौत हो गई है.
परिजनों ने लगाया ये आरोप
परिजनों के अनुसार डॉक्टरों की लापरवाही के चलते पिछले 1 हफ्ते से लगातार बच्चों की मौत हो रही है. यह खबर फैलते ही अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन हरकत में आया कलेक्टर इलैयाराजा पी ने पहले अपर कलेक्टर को जांच के लिए भेजा. इसके बाद वो खुद भी अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली. डॉ अभय बेडेकर सहित अस्पताल के डॉक्टरों ने पुष्टि करते हुए बताया की दो बच्चों की मौत हुई है. दोनो ही गंभीर हालत में अस्पताल में पहुंचे थे.
वहीं संभागायुक्त डॉ पवन शर्मा भी मामले की गंभीरता को समझते हुए अस्पताल पहुंचे और वस्तुस्थिति को समझा. जांच के बाद उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि प्रीमेच्योर बेबी का इलाज जारी था. फीडिंग के दौरान दूध फेफड़े में जाने की वजह से उसकी मौत हुई है, लेकिन एक साथ 15 बच्चों की मौत होने की खबर भ्रामक है. हालांकि यह भी सच है कि पिछले एक हफ्ते में अस्पताल में 15 से अधिक बच्चों की मौत हुई है. डॉक्टरों के अनुसार यह सभी बच्चे गंभीर स्थिति में इलाज के लिए पहुंचे थे.