World Health Day 2024: इंदौर फ़ूड कैपिटल होने के साथ-साथ बीमारियों की राजधानी भी बनता जा रहा है. इंदौर में अब 32 प्रतिशत से अधिक लोग प्री-डायबिटिक हैं. 30 प्रतिशत लोगों में बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल काफी अधिक है.


विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर जारी रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. एक लाख लोगों के सर्वेक्षण पर आधारित 'हेल्थ ऑफ इंदौर' नाम से रिपोर्ट जारी की गयी. बता दें कि दुनिया भर में हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस यानी वर्ल्ड हेल्थ डे मनाया जाता है. डॉक्टरों ने हेल्थ ऑफ इंदौर रिपोर्ट जारी कर लोगों से जीवनशैली में उचित बदलाव लाने की अपील की.


बीमारियों की राजधानी बन रहा इंदौर


एक लाख लोगों में 50 फीसद पुरुष और 49 फीसद महिलाओं के सैंपल लिए गए. 49 प्रतिशत से अधिक लोगों की रिपोर्ट असामान्य आई है. हेल्थ ऑफ इंदौर रिपोर्ट में लोगों से जीवनशैली बदलने की अपील की गयी है. चिंता जतायी गयी है कि स्वास्थ्य को जानने के बाद भी जरूरी कदम लोग नहीं उठाते हैं. लोग बाहर खाना खाने के बजाय ऑनलाइन आर्डर करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. स्वस्थ रहने के लिए फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है. फ़ूड लवर को स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए.


हेल्थ ऑफ इंदौर की रिपोर्ट में खुलासा


सेंट्रल लैब की डायरेक्टर डॉ. विनीता कोठारी बताती हैं कि 2 लाख से अधिक लोगों के सैंपल पर सर्वेक्षण किया., बढ़ती बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. सर्वेक्षण के दौरान शहर में 2 लाख से ज्यादा लोगों की जांच की गई. 83.54 फीसदी लोगों में विटामिन डी की कमी पाई गई. करीब 16.47 फीसदी लोग विटामिन बी-12 की कमी से जूझते पाये गये. 12.68 प्रतिशत लोगों में थायरॉयड अबनॉर्मल निकला. 80836 लोगों का ब्लड प्रेशर चेक किया गया. 34.5 फीसदी लोग हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित पाये गये. रिपर्ट में कहा गया है कि बुढ़ापे की बीमारियां कम उम्र के लोगों को भी चपेट में ले रही हैं. 


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