Indore News: इंदौर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जमकर बवाल किया. कार्यकर्ताओं ने भंवरकुआं थाने का घेराव कर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारी टीआई को निलंबित करने की मांग कर रहे थे. थाने के घेराव की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. गौरतलब है कि दो दिन पहले आईईटी कॉलेज परिसर में विवाद हुआ था. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने छात्रों की शिकायत की थी. आरोप था कि नशे की हालत में छात्रों ने गरबा कार्यक्रम के दौरान रुकावट पैदा की.


आईईटी कॉलेज परिसर में चल रहे गरबा के दौरान छात्राओं से भी बदतमीजी की गयी. दूसरे पक्ष ने भी एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया था. दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस को क्रॉस एफआईआर दर्ज करनी पड़ी थी. एफआईआर दर्ज होने के बाद एबीवीपी भड़क गयी. कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को विरोध में भंवर कुआं थाने का घेराव कर दिया. थाने का घेराव की वजह से मौके पर अफरा तफरी की स्थिति बन गयी. प्रदर्शनकारी टीआई को निलंबित करने की मांग करने लगे. एबीवीपी नेता मनोज जाट का आरोप था कि भंवर कुआं थाना क्षेत्र में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है. कोचिंग के छात्रों की सुरक्षा का भी सवाल उठते आए हैं.


ABVP का कार्यकर्ताओं ने थाने पर की नारेबाजी


छात्राओं के साथ थाना क्षेत्र में कई बार छेड़छाड़ की घटनाएं भी हो रही हैं. टीआई इलाके में अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने में अक्षम साबित हो रहे हैं. इसलिए एबीवीपी की मांग है कि भंवरकुआं थाने से टीआई का ट्रांसफर किया जाये. पुलिस उपायुक्त देवेंद्र सिंह धुर्वे ने नाराज कार्यकर्ताओं को समझाया. कार्यकर्ताओं ने पुलिस उपायुक्त को बताया कि 9 अक्टूबर को विवाद की स्थिति में पुलिस ने कई पहलुओं की जांच नहीं की. मामले में कार्यकर्ताओं ने कई तथ्य सामने रखे हैं. पुलिस बयान के आधार पर आगे विवेचना बढ़ा रही है. कार्यकर्ताओं और नेताओं की मांग के मुताबिक सबूत भी एकत्रित किए जा रहे हैं. आगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. कार्यकर्ताओं की मांग पर पुलिस उपायुक्त ने जांच के निर्देश दिए हैं.


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