Indore News: इंदौर में दिखी मोरबी हादसे की झलक, जुगाड़ू पुल से गिरकर किसान की मौत, कांग्रेस ने की ये मांग
MP News: यहा मामला जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के विधानसभा क्षेत्र का है. करीब 200 किसान और मजदूर रोज इस रस्सीनुमा बने पुल को पार करते हैं. कांग्रेस मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में गुजरात के मोरबी हादसे की गूंज सुनाई दे ही रही है. दूसरी ओर मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में नाले को पार करने के दौरान जुगाड़ू झूले वाले पुल से गिरकर जलमग्न हुए किसान की मौत ने बवाल मचा दिया. इसके बाद अब कांग्रेस बीजेपी सरकार और मंत्री तुलसीराम सिलावट पर इस मुद्दे को लेकर हमलावर है.
रस्सी के जुगाड़ से पार करते हैं
दरअसल 2 दिन पहले इंदौर की सांवेर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले ग्राम सिलोटिया में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने गुजरात के मोरबी के हादसे की याद दिला दी. सिलोटिया गांव में करीब 200 किसान और मजदूर खेती करने के लिये नदीनुमा पुल की 50 फिट की दूरी को जुगाड़ के रस्सी पुल के जरिये पार करते है.
हालांकि लंबे समय सरपंच सहित ग्रामीणों द्वारा क्षेत्रीय विधायक और मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और इंदौर सांसद शंकर लालवानी से पुलिया बनाने की गुहार लगाते आये है. इसके बावजूद पुल या पुलिया का निर्माण नहीं हुआ. ऐसे में जिम्मेदारों के गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते किसानों की आवाज बनकर कांग्रेस उठ खड़ी हुई है.
कांग्रेस ने उठाए सवाल
इसी के चलते क्षेत्र में खासा प्रभाव रखने वाली कांग्रेस नेत्री रीना बौरासी ने विधायक से मंत्री बने सिलावट और सरकार पर सवाल उठाए हैं. रीना बौरासी ने ग्रामीणों के साथ मौके पर जाकर रस्सी के पुल का जायजा लिया और ग्रामीणों की समस्या सुनी. वहीं रस्सी के सहारे पुल पार करते वक्त नदीनुमा नाले में गिरकर दुनिया को अलविदा कह चुके किसान के परिजनों से भी मिलने पहुंची. बता दें कि मृतक किसान की उम्र महज 40 वर्ष थी और किसान का नाम प्रेमनारायण पिता लग्जीराम बताया जा रहा है.
कांग्रेस ने रखी यह मांग
प्रेमनारायण के परिजनों से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस नेत्री प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट पर जमकर बरसी. उन्होंने सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि 8 दिन के बीच पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो वो ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठकर हल्लाबोल प्रदर्शन करेंगी.
रीना बौरासी ने अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी देने के साथ मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार से मृतक किसान के परिजनों को 10 लाख का मुआवजा देने की मांग की. साथ ही मृतक के घर से एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाने की मांग की, ताकि पीड़ित परिवार अपनी गुजर बसर कर सके.
फिलहाल इस मामले को लेकर क्षेत्र विधायक और प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने मौन साध रखा है. कांग्रेस इस मामले पर उनसे चुप्पी तोड़कर लापरवाही से हुई किसान की मौत पर जिम्मेदारी लेने की मांग करते हुए जल्द ही पुल के निर्माण की मांग की है. कांग्रेस का मानना है कि इसके पहले भी दो किसानों की मौत रस्सी के पुल को पार करने के दौरान पहले हो चुकी है.