Kailash Vijayvargiya News: बीते दिनों मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का कांग्रेस कार्यालय में स्वागत किया गया था. इसको लेकर सियासी पारा हाई हो गया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. अमीनुल खान सूरी ने स्थानीय कांग्रेस नेताओं के जरिये पार्टी कार्यालय में विजयवर्गीय के स्वागत पर नाराजगी का जाहिर की. 


यह विवाद कैलाश विजयवर्गीय के जरिय हाल ही में हुए आम चुनावों में बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के जरिये अपना नामांकन वापस लेने से शुरू हुआ. वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय चोरडिया के सुर में सुर मिलाते हुए अमीनुल खान सूरी ने बुधवार (17 जुलाई) को एक खुला पत्र लिखकर स्थानीय नेताओं की कार्रवाई पर सवाल उठाए.






कांग्रेस नेता ने लगाए गंभीर आरोप
सोशल मीडिया एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट संदेश में डॉ. अमीनुल खान सूरी ने लिखा, "कुछ फूल छाप कांग्रेसियों ने पार्टी दफ्तर में गांधी भवन में कैलाश विजयवर्गीय का पलकें बिछा कर स्वागत किया." 


उन्होंने आगे लिखा, "जिसने बलपूर्वक कांग्रेस के लोकसभा  प्रत्याशी का फार्म उठवाया, लोकतंत्र की खुले आम हत्या की और कांग्रेस पार्टी  को लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी विहीन कर दिया."


वरिष्ठ कांग्रेस नेता और प्रदेश प्रवक्ता डॉ. अमीनुल खान सूरी ने लिखा, "इस दौरान वहां मौजूद किसी भी कांग्रेसी ने उनसे (विजयवर्गीय) से गंदी राजनीति शुरू करने को लेकर सवाल पूछने की हिम्मत नहीं जुटाई, उन्होंने लाखों मतदाताओं से उम्मीदवार चुनने का अधिकार छीन लिया."


सूरी ने आरोप लगाया कि इंदौर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा कैलाश विजयवर्गीय के साथ अपने संबंधों का बखान कर रहे थे. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उन्हें कैलाश विजयवर्गीय का स्वागत करने और उन्हें फूल-माला, नाश्ता चाय-कॉफी का इंतजाम करने को कहा था.


'उस पार्टी ने वृक्षारोपण का...'
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. अमीनुल खान सूरी ने लिखा, "कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता यह देखकर दुखी हैं कि जिस व्यक्ति ने राहुल गांधी को 'पप्पू' कहा और कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार पर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया, उसने पार्टी नेताओं को वृक्षारोपण के लिए आमंत्रित किया और उन्होंने इसे हंसते हुए स्वीकार कर लिया." 


उन्होंने इसके एआईसीसी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से बीजेपी नेता का स्वागत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.  उन्होंने लिखा कि लोकतंत्र की हत्या करने वालों से प्रश्न पूछने के स्थान पर कांग्रेसी कैलाश विजयवर्गीय से अपने व्यक्तिगत संबंधों का खुले आम बयान कर रहे थे. 


'कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता नाखुश'
तंज कसते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने लिखा, "इंदौर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत चड्डा बड़े प्रफुल्लित होते हुए बता रहे थे कि मैं कैलाश जी का भतीजा हूं, आज कैलाश विजयवर्गीय का फोन आया और इन्होंने गांधी भवन आने को कहा तो मैंने कहा जरूर आइये, आपका स्वागत है."


उन्होंने कहा, "यह देख कर कांग्रेस का निष्ठावान कार्यकर्ता दुखी है. इसकी वजह ये है कि जो व्यक्ति राहुल गांधी को पप्पू कहता है और कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी को खुलेआम दबावपूर्वक चुनाव उठवा लेता है, वो व्यक्ति मोदी सरकार के पौधारोपण का निमंत्रण  देने आया है और यह हंसते हुए निमंत्रण स्वीकार करते है. 


कांग्रेस पदाधिकारियों पर सवाल खड़ा करते हुए  डॉ. अमीनुल खान सूरी ने कहा, "वो यह पलट कर यह नहीं पूछते कि दो दशक से ज्यादा समय से बीजेपी सरकार के संरक्षण में जंगल माफियाओं ने करोड़ों पेड़ काट दिए कितने जंगल माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही हुई?"


'भूल गए अपनी संस्कृति'
डॉ. सूरी ने कहा, "कांग्रेस जनों को हरियाली के लिए पौधरोपण करने के लिए मोदी सरकार के अभियान की जरूरत नहीं है. भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी पर जयंती 20 अगस्त को हम प्रति वर्ष वृक्षारोपण करते हैं." 


उन्होंने कहा, "कैलाश विजयवर्गीय गांधी भवन क्या आए आप अपनी संस्कृति ही भूल गए. सूत की माला की अपेक्षा फूलों के गुलदस्ते से स्वागत किया गया. गांधी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कराना भी उचित नहीं समझा."


पार्टी से आलाकमान से कार्रवाई की मांग
कांग्रेस आलाकमान को संबोधित करते हुए डॉ. सूरी ने कहा,"मैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और हमारे नेता राहुल गांधी से आग्रह करुंगा कि जो भी इस कृत्य में शामि है, उन पर निर्देशात्मक कार्रवाई की जाए."


उन्होंने कहा, "इंदौर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी का गृह क्षेत्र हैं. अगर यहां ऐसा होगा तो गलत मैसेज जाएगा कि जीतू पटवारी को बीजेपी से मेलजोल में कोई दिक्कत नहीं है." 


उन्होंने कहा, "बीजेपी को नामांकित कार्यक्रम में शामिल होने में कोई आपत्ति नहीं है, अन्य  कार्यकर्ता यही प्रेरणा लेकर बीजेपी के कार्यक्रम में आना जाना और उनके नेताओं का कांग्रेस कार्यालय में स्वागत करेंगे."


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